कलेक्टर ने धीरी परियोजना का किया निरीक्षण

छत्तीसगढ़ राजनांदगांव

राजनांदगांव । कलेक्टर अग्रवाल ने आज राजनांदगांव स्थित धीरी परियोजना का निरीक्षण किया। इसके कुछ दिनों पहले कलेक्टर अग्रवाल ने ग्राम ईरा में इंटकवेल का अवलोकन किया था, जहां पानी नहीं था। उन्होंने दुर्ग जिले से समन्वय करते हुए व्यक्तिगत तौर पर पहल की और दुर्ग जिले में डुडा एनीकट के निर्माणाधीन कार्य को पूर्ण कराने के लिए कहा, जिसका सुखद परिणाम मिला। धीरी परियोजना में अब पानी की समस्या नहीं है और जल से भरा हुआ है। 

इस परियोजना के तहत नदी से पानी लेकर उनका ट्रीटमेंट कर 24 गांवों में जल की आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने इस दौरान ग्राम धीरा, सांकरा, धीरी और सोमनी में ग्रामीणों से पेयजल के संबंध में चर्चा की। ग्रामवासियों ने बताया कि कुछ स्थानों में पानी की समस्या है। गांव में टूल्लू पम्प लगे होने के कारण जल का स्तर नीचे चला गया है और कुछ घरों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है। कलेक्टर ने पंचायत एवं पीएचई विभाग की टीम को ग्रामों में निरीक्षण कर समाधान करने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि 28 करोड़ 77 लाख 44 हजार रूपए की लागत से निर्मित धीरी परियोजना से 24 गांव में पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। जिसके अंतर्गत ग्राम सोमनी, खुटेरी, ठेकवा, ठाकुरटोला, मनकी, तोरनकट्टा, सुंदरा, ईरा, सांकरा, धीरी, फरहद, ककरेल, महुआभाठा, परमालकसा, अचानकपुर भाठापारा, बैगाटोला, नवागांव, फुलझर, बिरेझर, इंदावानी, टेड़ेसरा, कोपेडीह, मगरलोटा, देवादा लाभान्वित हो रहे हंै। इन ग्रामों में उच्चस्तरीय जलागार बनाया गया है। से चर्चा की तथा काउंटर पर खड़े होकर खाद एवं बीज लेने के लिए आए किसानों की प्रक्रिया को देखा। कलेक्टर ने कहा कि किसानों को दिक्कत नहीं होनी चाहिए। बैंक में किसानों को कम समय लगे इस बात के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। इस दौरान कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी समीर शर्मा, कार्यपालन अभियंता जल संसाधन जीडी रामटेके सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।