गरियाबंद । गरियाबंद जिले में राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत हो गई है। कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने ज़िला अस्पताल में नन्हे हर्षित को उनके प्रथम जन्मदिवस पर अपने हाथों से पोलियो की ड्रॉप पिलाकर अभियान की शुरुआत की। इस दौरान कलेक्टर अग्रवाल ने अपनी 3 वर्षीय पुत्री समृद्धि को भी पोलियो की ड्रॉप पिलायी। अभियान के दौरान 0 से 5 वर्ष के बच्चों को दो बूंद पोलियो दवा पिलाई जा रही है। जिले में 90 हजार 982 बच्चों को पोलियो दवा पिलाया जाना है। इसके लिए जिले में 830 पोलियो बूथ बनाया गया है। आज राष्ट्रीय पल्स पोलियों अभियान का शुभारंभ के अवसर पर जिला अस्पताल गरियाबंद में सीएमएचओ डॉ. के. सी. उरांव, डीपीएम सोनल ध्रुव, सिविल सर्जन डॉ. नाग व जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. बी. बारा मौजूद रहे।
पल्स पोलियो अभियान के शुभारंभ अवसर पर कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने पल्स पोलियो अभियान के सफल संचालन एवं क्रियान्वयन के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग आपसी समन्वय करते हुये पल्स पोलियों अभियान को सफल बनाते हुये शत-प्रतिशत बच्चों को पोलियो रोधी दवा पिला कर, पोलियो मुक्त अभियान में सहयोग करें। साथ ही कलेक्टर अग्रवाल ने समस्त पालकगणों से अनुरोध करते हुए कहा कि अपने 0 से 05 वर्ष तक के आयु समूह के बच्चों को नजदीक के पोलियों बुथ में ले जा कर पोलियों रोधी दवा पिलाते हुये पोलियों संक्रमण से अपने बच्चों को प्रतिरक्षित करें। इस अवसर पर डॉ उरांव ने बताया कि प्रथम दिवस बूथ पर पोलियों पिलाया जा रहा है, इसी प्रकार दूसरा दिन 04 मार्च को घर- घर भ्रमण कर जो बच्चे बूथ पर छुट गये हे उन्हे पोलियों दवा पिलाया जायेगा व तीसरा दिन 05 मार्च को पहुंच विहीन क्षेत्रों में ट्रांजिट स्थानों, कठिन व कठिनतम क्षेत्रों में पोलियो दवा पिलाया जायेगा। इस हेतु समस्त स्वास्थ्य अमला जुटा हुआ है, जिसमें 3000 सदस्यों की ड्यूटी लगाई गई है व मोबाईल टीम भी सतत सक्रिय है। उक्त कार्यक्रम में सर्जन डॉ. हरिश चौहान, डॉ. मनमोहन सिंह ठाकुर, डॉ. निराला व अन्य डॉक्टर उपस्थति रहे, स्टाफ नर्स, एन. आर. सी. स्टॉफ, एपिडेमियोलाजिस्ट, अन्य मेडिकल स्टाफ, सुपरवाईजर, बी.ई.ई, डीसी – मितानिन, यूनिसेफ से चित्रा साहू, मितानिन व ग्रामीण उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि भारत ने विश्व स्वास्थ्य संगठन की वैश्विक पोलियो उन्मूलन पहल के बाद वर्ष 1995 में 100% कवरेज के लक्ष्य के साथ यूनिवर्सल टीकाकरण कार्यक्रम के साथ पल्स पोलियो प्रतिरक्षण कार्यक्रम शुरू किया था। 13 जनवरी, 2023 को भारत ने पोलियो मुक्त 12 वर्ष पूरे किये। पोलियो, पोलियोमाइलाइटिस का संक्षिप्त रूप, एक अत्यधिक संक्रामक वायरल संक्रमण है जो मुख्य रूप से तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है। इस दुर्बल करने वाली बीमारी और पोलियो टीकाकरण के महत्व को समझना हमारे बच्चों के स्वास्थ्य और कल्याण की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।