राजधानी में लगेगा चिल्ड्रन मार्केट

छत्तीसगढ़ रायपुर

रायपुर । दीवारों पर तो कहीं किताबों पर नन्हें हाथों से ड्राइंग करते बच्चे दिखाई दे रहे हैं। कोई गा रहा है तो कोई डांस कर रहा है तो कोई अभिनय कर रहा है। पत्तों से कलाकारी सब्जियों से चित्रकारी रंगीन चावल की कला मिट्टी से खिलौना निर्माण धागे से डिजाइन बनाना, मुखौटा निर्माण । अलग-अलग भाव के साथ बच्चों के चेहरे पर विजय मुस्कान दिखाई दे रही है। यह नजारा है राज्य की स्कूलों का है। गर्मी की छुट्टियों में पहली बार स्कूल शिक्षा विभाग ने समर कैंप का आयोजन करने कहा है और कुछ स्कूली बच्चों ने इसे शुरू कर दिया है। बच्चों में रचनात्मकता के लिए सकारात्मक व नवाचारी पहल की गई है।

इनमें रायपुर, बस्तर, दुर्ग, बिलासपुर व सरगुजा संभाग तक बच्चे खुशनुमा माहौल में खेल-खेल में बुनियादी साक्षरता व संख्या ज्ञान सीखने की ओर कदम बढ़ा रहे हैं।  रायपुर के दो स्कूल जेआर दानी कन्या स्कूल और सप्रे शाला में समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें स्पोकन इंग्लिश, कैलीग्राफी, रूबिक्स, साईस माडल, हैंडीक्राफ्ट, योगा एवं ध्यान, बेस्ट आउट आफ बेस्ट, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंट, पेंटिग, बांसुरी वादन, नृत्य गायन, कठपुतली, मेहंदी, शतरंज, रोप स्कीपिंग, वालीबाल, खो-खो, फुटबाल जैसे अनेक विधाओं का प्रशिक्षण बच्चों को दिया जा रहा है। इस समर कैंप को लेकर बच्चों में भारी उत्साह है, काफी बच्चे बढ़-चढ़कर हिस्सा भी ले रहे हैं। मनोरंजन के साथ स्वस्थ वातावरण है उद्देश्य समर कैंप का उद्देश्य बच्चों का मनोरंजन के साथ स्वस्थ वातावरण में उनकी छिपी हुई प्रतिभा को उभारना और उनमें आत्मविश्वास को बढ़ावा देना है समर कैंप को सफल बनाने प्रतिदिन एक-एक कड़ी जोड़ी जा रही है। शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत एनजीओ को जहां प्रदेश में स्वेच्छा से समर कैंप आयोजित करने कहा गया है वही खेल संघो और अन्य संस्थाओं को भी इस कार्यक्रम से जोड़ा जा रहा है।