शोभायात्रा में बाल-बाल बचे बच्चे, बस ड्रायवर की जल्दबाजी पड़ सकती थी भारी…

छत्तीसगढ़ बालोद

बालोद । जैन समुदाय के आराध्य  24 वे तीर्थंकर अहिंसा के अवतार भगवान महावीर स्वामी की जन्म जयंती पर जैन समुदाय के लोग आज भव्य शोभायात्रा निकाल रहे थे। जैन मंदिर से निकली इस शोभायात्रा में बालोद के पुराना बस स्टैंड घड़ी चौक होते हुए जय स्तम्भ चौक पहुंची। इसी दौरान जय स्तम्भ से कुछ दूरी पर बालोद से राजनांदगांव की ओर जाने वाली एक बस के ड्राइवर ने जल्दबाजी के कारण शोभायात्रा के बगल से बस को निकालना चाहा। उसी दौरान समाज के छोटे छोटे बच्चे हाथो में जैन समाज का ध्वज लिए एक पंक्ति में चल रहे थे। बस को जल्दी निकालने के चक्कर मे दो बच्चे बस के पिछले चक्के में आते आते बचे। जुलूस में व्यवस्था बना रहे समाज के युवाओ ने बच्चो को खींचा और बस ड्राइवर से बस को किनारे खड़ी करने कहा। इस पर ड्राइवर समाज के लोगो से ही बहस करने लगा। इस दौरान समाज के युवा व बुजुर्ग ड्राइवर की बदसलूकी और जल्दबाजी में गाड़ी चलाने को लेकर नाराजगी व्यक्त करते हुए बस के सामने ही खड़े हो गए। पूर्व सूचना के बाद भी पुलिस प्रशासन के कोई भी सिपाही शोभायात्रा में व्यवस्था बनाने नही आये, जिसको लेकर भी समाज के लोग काफी आक्रोशित नजर आए।

वीआईपी ड्यूटी का हवाला देकर बच निकलते जिम्मेदार अधिकारी अगर कोई अप्रिय दुर्घटना घटित हो जाती तो क्या करते? यह प्रश्न शांत और अहिंसा प्रेमी समाज के शोभायात्रा में लोग करते दिखाई दिए। हर सम्भव शासन और प्रशासन को सहयोग करने वाले समाज के ही जुलूस में सुरक्षा की दृश्टिकोण से पुलिस का न होना समझ से परे नजर आया। इस बात को लेकर समाज के लोग आने वाले दिनों में जिले के प्रभारी मंत्री विजय शर्मा से प्रतिनिधि मंडल के रूप में मुलाकात कर शिकायत भी करने का मन बना लिए हैं। पुलिस विभाग की अनदेखी से समाज के लोगो मे आक्रोश नजर आया, वहीं हादसे की सोंच लोगो के जेहन में कपकपी भर देता है। आज बस ड्राइवर की लापरवाही से मासूम बच्चे किसी हादसे का शिकार होते होते बच गए।