दन्तेवाड़ा । बस्तर की पुरातात्विक पहचान और धरोहर को संरक्षित और उसके महत्व को समझाने ‘‘विश्व हेरिटेज सप्ताह‘‘ पर दंतेवाड़ा के बारसूर में स्कूल के बच्चों को ‘‘हेरिटेज वॉक‘‘ कराया गया। जिसमें लगभग 170 से अधिक बच्चों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम को जिला प्रशासन दंतेवाड़ा एवं शिक्षा विभाग के सहयोग से ‘‘अनएक्सप्लोर्ड बस्तर‘‘ एवं बारसूर पर्यटन समिति के तत्वाधान के तहत किया गया।
इस दौरान पर बच्चों को बारसूर स्थित 11वीं शताब्दी के पुरातात्विक मंदिरों के इतिहास तथा उसके महत्वों के बारे में बताया गया। इन मंदिरों में बत्तीसा मंदिर दंतेश्वरी, मामा भांजा, सोलह खंबा, गणेश मंदिर एवं चन्द्रादित्य मंदिर शामिल है। इस कार्यक्रम के दौरान बच्चों के बीच काफी उत्साह देखा गया साथ ही हेरिटेज वॉक से जुड़े प्रश्न पूछे गये जिसके उपरांत उने पुरस्कृत किया गया। इस मौके पर बच्चों ने भी जिज्ञासा और सक्रिय भागीदारी दर्शाते हुए साबित किया कि पुरातन विरासत को समझने और संरक्षित करने में भी उनका भी योगदान हो सकता है। ‘‘अनएक्सप्लोर्ड बस्तर‘‘ के टीम से हुई बात-चीत के दौरान टीम ने बताया कि ‘‘हेरिटेज वॉक‘‘ न केवल स्थानीय धरोहर को बढ़ावा देने में मदद करता है, बल्कि इन बच्चों में इस प्रकार के ऐतिहासिक स्थलों के प्रति संरक्षण की भावना को जागृत करने में मदद करता है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि ऐसे सांस्कृतिक एवं शैक्षिक पहल के माध्यम से हम नए पीढ़ियों को हमारी धरोहर के प्रति संवेदनशील बनाकर उन्हें समृद्ध और सामर्थ्यपूर्ण समाज के नेतृत्व की दिशा में बढ़ावा दे सकते हैं। उल्लेखनीय है कि ‘‘अनएक्सप्लोर्ड बस्तर‘‘ द्वारा चलाये जा रहे मोचों धरोहर प्रोग्राम के अंतर्गत बस्तर समेत संपूर्ण छत्तीसगढ़ के प्राचीन एवं पुरातात्विक धरोहरों को संरक्षित एवं उसके महत्वों का प्रचार-प्रसार किया जाता है। एवं कार्यक्रम का आयोजन कलेक्टर विनीत नंदनवार द्वारा चल रहे अतुल्य दंतेवाड़ा के तहत पर्यटन एवं अन्य पुरातात्विक धरोहरों के संरक्षण और लोगों में इसकी महत्ता जागृत करने हेतु कराया गया।
इस कार्यक्रम में ‘‘अनएक्सप्लोर्ड बस्तर‘‘ से जीत सिंह आर्य, मनीष पानीग्राही, अनिरुद्र सरकार, यशिका बुरका, बी बिंदु, शिखर साहू, बरसूर पर्यटन समिति से शुभम् कुसामी, सुंदर नाग, हेमकुमार भारद्वाज, मधुदरी समरथ एवं विद्यालयों के शिक्षक, खंड शिक्षा अधिकारी भावना पुनेम एवं जिला प्रशासन से भुवन जोशी उपस्थित थे।