रायपुर । रूपाली महतारी गुड़ी बहुद्देशीय संस्था भिलाई ने रायपुर के वृंदावन हॉल में गुरुवार को छत्तीसगढ़ धरोहर रत्न सम्मान समारोह का आयोजन किया। इसमें राज्य के अलग-अलग शहरों की उन हस्तियों को सम्मानित किया गया जो समाज में अपना योगदान दे रही हैं। समारोह में चिकित्सा, शिक्षा, सामाज कल्याण व पत्रकारिता आदि क्षेत्रों में विशेष योगदान के लिए विभुतियों का सम्मान किया गया है। चिकित्सा के क्षेत्र भिलाई के संजय तिवारी व अरुण मिश्रा सहित कुछ अन्य विभूतियों को सम्मान मिला। वहीं पत्रकारिता में उत्कृष्ठ योगदान के लिए रमेश गुप्ता को सम्मानित किया गया।
रूपाली महतारी गुड़ी बहुद्देशीय संस्था भिलाई ने जिन विभुतियों का सम्मान किया उनमें ऐसे लोग भी शामिल हैं तो स्वयं के खर्च से आश्रम चला हैं। किसी ने छत्तीसगढ़ी कैलेण्डर बनाकर अपनी साहित्य कला को बढ़ाया है। चिकित्सा के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान के लिए भी सम्मान दिया गया। यही नहीं संस्था की अध्यक्ष शांता शर्मा का नाम 25 हजार छत्तीसगढ़ी गहना बांटने के लिए गोल्डन बुक रेकॉर्ड में दर्ज किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सुरेंद्र गोंड रहे। विशेष अतिथियों में लता चंद्राकर, अनिता चौहान, अजय यादव आदि शामिल रहे।
चिकित्सा के क्षेत्र में इन्हें मिला सम्मान
चिकित्सा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए एस आर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर चिखली दुर्ग के डायरेक्टर संजय तिवारी, डॉ.विश्वमित्र बी. दयाल का सम्मान किया गया। एसआर हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर द्वारा भिलाई में डेंगू के प्रकोप के समय व कोरोना काल में सराहनीय कार्य किया गया। एसआर हॉस्पिटल द्वारा समय समय पर नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से स्वास्थ्य परीक्षण तथा कई मौको पर गर्भवती महिलाओं का नि:शुल्क सिजेरियन ऑपरेशन आदि भी किए गए हैं। अस्पताल के चेयरमेर संजय तिवारी को उनके इन्ही कार्यों के लिए सम्मान दिया गया।
इसी प्रकार बी एम शाह हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर सुपेला द्वारा भी रियायती दरों पर स्वास्थ्य सेवा मुहैय्या कराया जा रहा है। यहां सभी प्रकार के हेल्थ समस्याओं का इलाज किया जाता है। बीएम शाह हॉस्पिटल प्रबंधन भिलाई में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एक जाना माना नाम है। अस्पताल की सेवाभावी कार्यों के कारण ही इसके डायरेक्टर अरुण मिश्रा सहित डॉ. नलिनी मढ़रिया, डॉ. सरिता साहू, श्रेया वानखेड़े आदि का सम्मान किया गया।
ये भी हुए सम्मानित
खेलः तनुश्री, ज्योति साहू।
संगीतः सुनील सोनी, शामला शर्मा, लक्ष्मी करियारे।
साहित्य: मिनेश साहू, गजेंद्र रथ गर्व, अमित शर्मा, योगेश नैयर, जोशी सिस्टर्स।
आर्टः प्रमोद साहू, धनेश साहू।
मीडियाः रमेश गुप्ता, ज्योति सिंह, रचना नितेश, नवीन देवांगन, वर्षा, शशिकांत ।
पंचांग में तीज-त्योहार की भी जानकारी
गीतकार ईश्वर बांधी ने छत्तीसगढ़ी कैलेंडर बनाया है। इसमें छत्तीसगढ़ के तीज त्योहार के साथ ही राज्य के महापुरुषों की जयंती और पुण्यतिथियों का भी उल्लेख है। ईश्वर ने बताया, मैं छत्तीसगढ़ी संस्कृति में रमा हुआ हूं। चूंकि मैं ग्रॉफिक्स डिजाइनर भी हूं, इसलिए मैंने सोचा कि ऐसा कोई पंचांग हो जिसमें हमारी धरोहरों का जिक्र हो। हालांकि मुझे फाइनेंस की कमी आई।
लता दी से लिया है आशीर्वाद : सुनील
गायक और संगीतकार सुनील सोनी स्कूल टाइम से संगीत से जुड़ गए थे। अब तक उन्होंने सैकड़ों एल्बम और 100 से ज्यादा छत्तीसगढ़ी फिल्मों के गाने गाए हैं। कई फिल्मों में तो उनका संगीत भी है। मेरी आदर्श लता दी रही हैं। मैंने उनसे आशीर्वाद भी लिया है। सुनील ने बताया, मेरी कोशिश रहती है कि अपना सर्वश्रेष्ठ दूं।
दंतेवाड़ा से आईं इन महिलाओं का सम्मान
सुनीता साहू: मालती सेवा आश्रम चला रही हैं। कोरोना काल में मां का निधन हो गया। उनके नाम से अपनी संपति का कुछ हिस्सा बेचकर आश्रम का संचालन किया।
बबीता पांडे: बाल कल्याण समिति से जुड़ी हैं। कई साल से महिलाओं के हित में काम कर रही हैं।
डॉ. निर्मला साहूः शून्य से 18 साल तक के अनाथ लोगों का संरक्षण। सरकार की योजनाओं को लोगों तक पहुंचाना।
उर्मिला तामो: आदिवासी कल्चर को प्रमोट कर रही हैं। विधायक प्रतिनिधि के तौर पर काम कर रही हैं।
पुष्पा भट्टः परेशान महिलाओं की काउंसिलिंग करती हैं। उन्हें बेहतर जिंदगी बिताने के लिए प्रेरित करती हैं।