अम्बिकापुर । कलेक्टर विलास भोस्कर की अध्यक्षता में शुक्रवार को जिला कलेक्टरेट सभा कक्ष में जिला स्तरीय सुरक्षा समिति बैठक आयोजित की गई। इस दौरान पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमोलक सिंह, नगर निगम आयुक्त प्रकाश सिंह राजपूत सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर ने जिले में चिन्हांकित ब्लैक स्पॉट एवं ग्रे स्पॉट की जानकारी ली तथा सड़कों में रम्बलर, स्पीड कंट्रोलर, कैट आई, कनकेव मिरर, टर्निंग बोर्ड लगाए जाने के निर्देश दिए ताकि वाहन चालकों को किसी प्रकार की समस्या ना हो और दुर्घटना की आशंकाएं कम हो। एसपी ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों में वाहन चेकिंग उड़नदस्ता सक्रिय रहें। सड़कों पर बिना हेलमेट मोटर सायकल चलाने वालों पर कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए तीन सवारी वाहन चालकों, मुख्य मार्गों एवं व्यस्त सड़कों पर मोबाईल पर बात करते हुए मोटर सायकल चालकों के विरुद्ध कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि अनियंत्रित गति से चलने वाले हाइवा और ट्रैक्टर पर पुलिस और आरटीओ संयुक्त रूप से कार्यवाही करेंगें। वाहन चालकों की जांच हेतु ब्रीथ एनालाइजर की व्यवस्था हो। उन्होंने कहा कि चारपहिया वाहनों पर रिफलेक्टर की चेकिंग जागरूकता अभियान चलाकर करें। कलेक्टर ने कहा कि 01 अप्रैल से स्कूलों में नए सत्र की शुरुआत होगी, इससे पहले प्राथमिकता के साथ सभी स्कूलों के वाहनों जैसे ऑटो, रिक्शा, बसों की फिटनेस जांच अनिवार्य रूप से हो, वाहन चालकों का नेत्र परीक्षण भी अवश्य कराएं। वहीं क्षमता से अधिक बच्चे बैठाने वाले वाहनों पर वाहन चालक सहित स्कूल प्रबंधन पर भी कार्यवाही करें। इस दौरान कहा गया कि सड़कों एवं फुटपाथ तथा पार्किंग स्थलों में अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही यातायात प्रभारी नगर निगम के समन्वय से करें। इसके साथ ही सड़कों पर लाईट, सोलर लाईट, साइन बोर्ड, ट्रैफिक सिग्नल, सफेद पट्टी, आदि व्यवस्थित हो। उन्होंने कहा कि नगरीय क्षेत्र में वाहन पार्किंग व्यवस्था सुदृढ़ करने हेतु अवैध पार्किंग, अस्त-व्यस्त पार्किंग के विरूद्ध आवश्यक कार्यवाही करें। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग से उपलब्ध एम्बुलेंस की संख्या की भी जानकारी ली गई। उन्होंने कहा कि सड़कों पर विचरण करने वाले आवारा पशुओं से भी यातायात बाधित होता है, वहीं सड़क दुर्घटना की भी आशंका बनी रहती है, इसलिए नगर निगम आवश्यक कार्यवाही कर पशुओं को कांजीहाउस भेजें। इस दौरान आईआरडीए पोर्टल में सड़क दुर्घटना के घटनाओं की ऑनलाईन एन्ट्री की भी जानकारी ली गई तथा शत-प्रतिशत एंट्री किए जाने के निर्देश दिए गए।