’’हमर सुघ्घर लईका अउ सियान’’ अभियान के अन्तर्गत हुआ चौपाल का आयोजन

छत्तीसगढ़ सूरजपुर

सूरजपुर । अभिभावकों को श्रेष्ठ पालकत्व के गुणों एवं बच्चों के सर्वांगीण विकास में उनकी भूमिका से परिचित कराने के उद्देश्य से शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कन्दरई की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा ’’हमर सुघ्घर लईका अउ सियान’’ अभियान के अन्तर्गत शिक्षक-पालक-बालक चौपाल का आयोजन कर बच्चों सहित क्षेत्र के अभिभावकों  को शिक्षा व भविष्य की चुनौतियों के विषय में जागरूक किया जा रहा है। 

हमर सुघ्घर लईका अउ सियान अभियान के विषय में जानकारी देते हुए कार्यक्रम अधिकारी राजीव कुमार सिंह ने बताया कि दैनिक जीवन की व्यस्तता, संकोच व अन्य कारणों से अभिभावक विद्यालय द्वारा आयोजित पालक बैठक में नहीं आते जिससे बच्चों व विद्यालय के विकास से संबंधित योजना निर्माण व समस्याओं के समाधान में उनका सहयोग नहीं मिल पाता। इस समस्या के समाधान के लिए रासेयो इकाई द्वारा  अभिभावकों  के खाली समय में उनके पारा, मोहल्ला व टोला में  जाकर शिक्षक-पालक-बालक चौपाल का आयोजन कर पालकों को उनके उत्तरदायित्वों  की जानकारी दी जा  रही है। ग्राम कन्दरई के बासेनपारा व चारपारा में आयोजित शिक्षक-पालक-बालक चौपाल में पदस्थ व्याख्याता राजीव कुमार सिंह ने अभिभावकों से कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए पालकों का जागरूक होना बहुत जरूरी है। बच्चे समाज व राष्ट्र के भविष्य हैं। अतः इनका उचित पालन पोषण व शिक्षा प्रदान करना हम सबकी जिम्मेदारी है। 

हर बच्चा अपने -आप में विशिष्ट और अनोखा है। वह अनेक प्रतिभाओं, क्षमताओं एवं संभावनाओं से परिपूर्ण होता है। बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु उन्हें एक सकारात्मक और अच्छा वातावरण प्रदान कर उन्हें एक श्रेष्ठ नागरिक बनाना हम सब का सामूहिक उत्तरदायित्व है। उन्होंने अभिभावकों से कहा कि वे निरंतर बच्चों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को समझने का प्रयास कर उन्हें हमेशा आगे बढ़ने हेतु प्रेरित करें। विद्यालय सहित उसकी दैनिक गतिविधियों से हमेशा अवगत होते हुए बच्चों का उत्साहवर्धन करते रहें। बच्चों को घर के कार्य भी सिखाये। उन्हें छोटी-छोटी जिम्मेदारी देकर प्रोत्साहित करें। अभिभावकों को चाहिए कि वो समय -समय पर बच्चों को स्नेह व दुलार भी करें । उनके साथ बैठे, समय बिताए ,बातें करे इन सब तरीकों से बच्चों के आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। बच्चों को नियमित विद्यालय भेजने सहित आगामी बोर्ड परीक्षा  को ध्यान में रखकर योजनाबद्ध तरीके से बच्चों को परीक्षा की तैयारी में मदद करें। 

शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए जाति ,निवास सहित अन्य आवश्यक दस्तावेज बनवाकर तैयार रखें। बच्चों को मोबाइल फोन के अत्यधिक प्रयोग से रोके। नाबालिग बच्चों को वाहन चलाने के लिए न दे। बच्चों सहित युवाओं  में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने अभिभावकों से इसे रोकने का आह्वान किया । चौपाल में कुछ बच्चों ने उनके अभिभावकों के द्वारा नशा करने की शिकायत की गई ऐसे अभिभावकों को समझाया गया कि वो ऐसा कोई भी व्यवहार ना करें जिसका बच्चों के ऊपर बुरा प्रभाव पड़े। कार्यक्रम के दौरान शाला त्यागी बच्चों की पहचान कर आगामी सत्र में उन्हें विद्यालय में प्रवेश दिलाने हेतु चिन्हित किया गया।   चौपाल में बालिकाओं हेतु सुकन्या समृद्धि योजना सहित अभिभावकों को शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी गई ताकि उनसे वे लाभान्वित हो सके। कार्यक्रम में लाल बहादुर, नरेश, सुधन राम, दुबराज सिंह, गनेश्वर राम,दिलपतियां बाई, राजेन्द्र प्रसाद, लीलावती, जयलाल सिंह, कुन्ती बाई, रगमनियां, बिकुल सिंह, अमरदेव, मनु राम,तनग राम, रीति, सोनकुवंर, विनोद सहित काफी संख्या में अभिभावक व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।