


समय पर पदोन्नति और लाभ की आस
रायपुर //
छत्तीसगढ़ राज्य के राजस्व विभाग में कार्यरत लिपिकों ने अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए एकजुट होकर अपनी मांगें रखी हैं। लिपिकों का कहना है कि कार्यालय प्रमुखों द्वारा समय पर गोपनीय चरित्रावली नहीं लिखे जा रहे हैं, जिससे पदोन्नति, स्थाईकरण और समयमान वेतनमान में देरी हो रही है। इससे लिपिकों को न केवल आर्थिक नुकसान हो रहा है, बल्कि उनके मनोबल पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
मुख्य मांगें
1. गोपनीय चरित्रावली समय पर लिखी जाए: शासन द्वारा निर्धारित समय सीमा के अनुसार गोपनीय चरित्रावली लिखी जानी चाहिए, जिससे पदोन्नति और अन्य लाभ समय पर मिल सकें। समय पर गोपनीय चरित्रावली लिखने से लिपिकों को पदोन्नति और अन्य लाभों के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
2. विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक नियमित रूप से हो: प्रतिवर्ष रिक्तियों के आधार पर विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक आयोजित की जानी चाहिए, जिससे लिपिकों को पदोन्नति का लाभ समय पर मिल सके। नियमित बैठक से लिपिकों को पदोन्नति के अवसर समय पर मिलेंगे।
3. पदोन्नति और समयमान वेतनमान का लाभ दिया जाए: अर्ह कर्मचारियों को पदोन्नति और समयमान वेतनमान का लाभ समय पर दिया जाना चाहिए, जिससे उनके मनोबल में वृद्धि हो और वे अपने कार्यों को और भी अच्छे से कर सकें। समय पर पदोन्नति और लाभ मिलने से लिपिकों का मनोबल बढ़ेगा और वे अपने कार्यों में और भी मेहनत करेंगे।
लिपिकों ने अनुरोध किया है कि उनकी समस्याओं का निराकरण करने के लिए लिपिकों के हित में सद्भावना पूर्ण विचार किया जाए और समय-सीमा बैठक की एजेण्डा में सम्मिलित करते हुए यथाशीघ्र राजस्व लिपिकों को पदोन्नति और समयमान वेतनमान का लाभ दिलाया जाए। इससे न केवल लिपिकों को लाभ होगा, बल्कि राजस्व विभाग के कार्यों में भी सुधार होगा। समय पर पदोन्नति और लाभ मिलने से राजस्व विभाग के कार्यों में गति आएगी और विभाग की कार्यक्षमता में वृद्धि होगी।
क्या है पूरा मामला?
छत्तीसगढ़ राज्य के राजस्व विभाग में कार्यरत लिपिकों ने अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए एकजुट होकर अपनी मांगें रखी हैं। लिपिकों का कहना है कि कार्यालय प्रमुखों द्वारा समय पर गोपनीय चरित्रावली नहीं लिखे जा रहे हैं, जिससे पदोन्नति, स्थाईकरण और समयमान वेतनमान में देरी हो रही है। लिपिकों ने मांग की है कि गोपनीय चरित्रावली समय पर लिखी जाए, विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक नियमित रूप से हो और पदोन्नति और समयमान वेतनमान का लाभ समय पर दिया जाए।
क्या होगा आगे?
लिपिकों की मांगों पर विचार करने के लिए शासन स्तर पर चर्चा होगी। यदि शासन लिपिकों की मांगों को मान लेता है, तो इससे लिपिकों को पदोन्नति और अन्य लाभ समय पर मिल सकेंगे। इससे राजस्व विभाग के कार्यों में भी सुधार होगा और विभाग की कार्यक्षमता में वृद्धि होगी।