बाघ के हमले में भैंस और उसके बच्चे की मौत, दहशत में ग्रामीण

छत्तीसगढ़ बिलासपुर

बिलासपुर। अचानकमार टाइगर रिजर्व के कोर जोन में बाघ के हमले से भैंस और उसके बच्चे की मौत हो गई। यह घटना छपरवा गांव के साटा पानी बीट क्रमांक 189-190 के पास बुढ़वा नाला के निकट हुई। घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और बाघ के पगमार्क मिलने की पुष्टि की।

दो दिन पहले तड़के करीब 4 बजे छपरवा गांव में एक बाघ ने भैंस और उसके बच्चे पर हमला कर दिया। दोनों की मौत हो गई। भैंस के मालिक और ग्राम पंचायत छपरवा के सरपंच मनोज यादव ने इस घटना की सूचना अचानकमार टाइगर रिजर्व (एटीआर) प्रबंधन को दी। इसके बाद एसडीओ, रेंजर और सहायक परिक्षेत्राधिकारी ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और बाघ के पगमार्क की पहचान की।

अचानकमार टाइगर रिजर्व में बाघों के संरक्षण और संवर्धन के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। हाल ही में हुई गणना में रिजर्व में 10 बाघ होने की पुष्टि हुई है। बाघ भोजन की तलाश में लगातार शिकार कर रहे हैं, जिससे इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है। साटा पानी बीट में मिले पगमार्क से आशंका जताई जा रही है कि इस क्षेत्र में एक से अधिक बाघ हो सकते हैं।

घटना के बाद अधिकारियों ने मौके पर ट्रैप कैमरे लगाए हैं ताकि बाघों की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। एसडीओ संजय लूथर ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि ऐसी घटनाएं लगातार हो रही हैं और पीड़ितों को नियमानुसार मुआवजा प्रदान किया जा रहा है। ट्रैप कैमरे लगाने का उद्देश्य बाघों की सटीक संख्या और उनकी गतिविधियों को समझना है।