शिक्षक दिवस पर बीएसपी ने किया शिक्षकों को सम्मानित

छत्तीसगढ़ भिलाई

भिलाई । भिलाई इस्पात संयंत्र के शिक्षा विभाग द्वारा डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी की जयंती के अवसर पर 5 सितंबर को भिलाई निवास के बहुउद्देषीय सभागार में शिक्षक दिवस समारोह का आयोजन किया गया। शिक्षक दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेषक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता उपस्थित थे। मुख्य अतिथि ने बीएसपी स्कूलों के प्राचार्य, शिक्षकों और राष्ट्रपति पुरस्कार सम्मानित भूतपूर्व शिक्षक व गैर-शिक्षकीय कर्मचारियों सहित कुल 21 शिक्षकों को निदेशक प्रभारी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्यपालक निदेशक सामग्री प्रबंधन ए के चक्रवर्ती, कार्यपालक निदेशक मानव संसाधन पवन कुमार, कार्यपालक निदेशक खदान बिपिन कुमार गिरी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं डॉ एम रवींद्रनाथ, मुख्य महाप्रबंधक रावघाट अरुण कुमार, मुख्य महाप्रबंधक टीए एवं सीएसआर उत्पल दत्ता, मुख्य महाप्रबंधक मानव संसाधन  संदीप माथुर तथा बीएसपी संचालित शालाओं के प्रमुख, शिक्षक व छात्र बड़ी संख्या में उपस्थित थे। अपने उद्बोधन में भिलाई के शिक्षकों की लगनशीलता एवं कर्तव्यबोध की सराहना करते हुए, उनसे समाज के लिए उत्कृष्ट सेवा को सतत्ब नाये रखने अनुरोध किया। उन्होंने शिक्षकों की कर्तव्यनिष्ठा एवं धैर्य की सराहना की। उन्होंने देश के भावी नागरिकों के निर्माता शिक्षकों के योगदान पर प्रकाश डाला, जिसके परिणामस्वरूप एक बेहतर समाज का निर्माण संभव हुआ है। उन्होंने कहा जैसा कि बच्चों ने बताया माता-पिता, ग्रैंड पैरेंट्स, टीचर के अतिरिक्ति भी हमारे दैनिक जीवन में जिससे हम कुछ भी सीखते हैं वे भी हमारे शिक्षक है। श्री दासगुप्ता ने गुरू और शिष्य का उदाहरण देते हुए एकलव्य और द्रोणाचार्य की चर्चा की। उन्होंने आर्ट आूफ लर्निंग, बच्चों की जिज्ञासा, लॉजिकल थिकींग पर अपने विचार व्यक्त किया। इसके साथ ही उन्होने बच्चों द्वारा दी गई प्रस्तुतियों की भी सराहना की।इस अवसर पर महाप्रबंधक टीएसडी-शिक्षा श्रीमती शिखा दुबे ने स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत करते हुए शालेय गतिविधियों एवं पिछले शैक्षणिक वर्ष 2023-24 में बीएसपी स्कूलों की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। बीएसपी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर-10 की प्राचार्या श्रीमती सुमिता सरकार ने धन्यवाद ज्ञापन दिया तथा कार्यक्रम का संचालन श्रीमती संध्या आर्या एवं सुश्री महुआ चटर्जी ने किया।