कोरिया । सरस्वती सायकिल योजना के तहत कक्षा नवमी की छात्राओं को साइकिल प्रदान की गई, जिससे वे स्कूल पहुंचने में आसानी महसूस कर रही हैं। पहले छात्राओं को छह-सात किलोमीटर की दूरी पैदल तय करनी पड़ती थी, जिससे काफी समय और ऊर्जा बर्बाद होती थी। अब साइकिल मिलने से वे कम समय में स्कूल पहुंचने लगी हैं और उनकी पढ़ाई में भी सुधार हो रहा है।
साइकिल मिलने से अब घर के सभी सदस्य बहुत प्रसन्न है। अन्य लड़कियों को साइकिल से स्कूल आते देखकर मुझे भी साइकिल चलाकर स्कूल आने का मन करता था। यह तो जिला प्रशासन की पहल से शिक्षा विभाग की सरस्वती सायकल योजना ने सपने को साकार की साथ ही पढ़ाई-लिखाई व अन्य कार्यों में भी अब यह सायकिल मददगार साबित हो रहे हैं।
यह बात साझा की जिले के ग्राम पंचायत नगर में आयोजित जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर में साइकिल प्राप्त की कक्षा नवमी की छात्राओं ने। ग्राम जगतपुर की रहने वाली कुमारी डिम्पल ने बताया कि वे साइकल मिलने से बहुत खुश हैं। अब करीब छह-सात किलोमीटर पैदल स्कूल पहुंचने की समस्या दूर हुई। इसी तरह ग्राम तिलवन डाँड़ से कुमारी वंदना कुर्रे, उजियारपुर की कुमारी पलक, रटगा से अन्नू देशमुख ने सरस्वती साइकिल मिलने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए बताया कि उन्हें स्कूल आने के लिए घर से करीब एक-डेढ़ घण्टे पहले निकलना होता था, कभी पैदल तो कभी किसी के साथ बैठकर आते थे, लेकिन अब सायकिल मिलने से उन्हें इस परेशानियों से छुटकारा मिली है।
इन छात्राओं के चेहरों पर आत्मविश्वास साफ झलक रहा था। उन्होंने जिला कलेक्टर श्रीमती चन्दन त्रिपाठी और शिक्षा विभाग का धन्यवाद किया और कहा कि वे इस साइकिल की देखभाल करेंगे और पूरी मेहनत से पढ़ाई कर जिले का नाम रोशन करेंगे।