दिसंबर में सरकार बनते ही फिर दीवाली, जनवरी में छत्तीसगढ़वासियों को कराएंगे रामलला के दर्शन-केंद्रीय मंत्री का दावा

छत्तीसगढ़ रायपुर


रायपुर I
छत्तीसगढ़ भाजपा के चुनाव सह प्रभारी व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. मनसुख मांडविया ने दावा किया कि छत्तीसगढ़ में भाजपा की जीत की बुनियाद तैयार हो चुकी है। 17 नवंबर को दूसरे चरण के मतदान में जनता छत्तीसगढ़ को कुशासन से मुक्त करने, विकास की बुलंद इमारत खड़ी करने आतुर है। छत्तीसगढ़ में अंधेरा छंट रहा है। सूरज निकलने वाला है। कमल खिलने वाला है। तीन दिसंबर को कमल खिलते ही जनता की फिर दीवाली होगी।
मांडविया ने भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में पत्रकार वार्ता की। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को जिस भाजपा ने बनाया है, वही छत्तीसगढ़ राज्य को संवार सकती है। छत्तीसगढ़ के जन जन का जीवन स्तर ऊंचा उठा सकती है। हम अपने प्रयासों में सौ प्रतिशत सफल रहे हैं।
तीन दिसंबर को भाजपा की सरकार बनते ही पूरा दिसंबर माह भाजपा के लिए मोदी की गारंटी पूरा करने का होगा। पहले कैबिनेट में 18 लाख आवास के लिए हम राशि जारी करेंगे और गरीब को आशियाना देना सुनिश्चित करेंगे। दूसरा काम करेंगे छत्तीसगढ़ के युवाओं को न्याय देंगे।
पीएससी परीक्षा में छत्तीसगढ़ के युवाओं का हक मारते हुए इस कांग्रेस ने अपने चहतों को उपकृत किया है, इन घोटाले की तुरंत जांच कर दोषियों को सजा देंगे। 25 दिसंबर छत्तीसगढ़ राज्य निर्माता अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन सुशासन दिवस के अवसर पर किसानों को दो साल का बोनस देंगे।

धान बेचने वाले प्रत्येक किसान को 65,100 रुपये प्रति एकड़ एकमुश्त सीधा किसानों के खाते में डालेंगे। महतारी वंदन योजना के तहत महिलाओं के खाते में 1,000 रुपये प्रति माह देने का संकल्प पूरा करेंगे। जनवरी में यहां के लोगों को रामलला का दर्शन कराएंगे।

केंद्रीय मंत्री की निर्वाचन कार्यालय में शिकायत

छत्तीसगढ़ भाजपा के चुनाव सह प्रभारी व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. मनसुख मांडविया के खिलाफ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मुख्य निर्वाचन कार्यालय रायपुर में शिकायत की है। कांग्रेस का आरोप है कि केंद्रीय मंत्री लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की खुलेआम उल्लंघन कर धज्जियां उड़ा रहे हैं।
15 नवंबर को मतदान के 48 घंटे पहले प्रचार-प्रसार पर विराम लग चुका है मगर केंद्रीय व अन्य राज्यों से आए भाजपा के नेता प्रदेश भाजपा कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में ठहरे हुए हैं। कांग्रेस का कहना है कि इससे मतदान की प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है। अत: कांग्रेस ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से केंद्रीय नेताओं पर कार्रवाई करने की मांग की है।