घर में घुसकर व्यापारी की हत्या करने के मामले में फरार आरोपित गिरफ्तार

मध्यप्रदेश

उज्जैन। जूना सोमवारिया में शनिवार सुबह घर में हुई इलेक्ट्रानिक्स कारोबारी की हत्या के मुख्य आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पति के चरित्र को लेकर पत्नी शंका करती थी। इस कारण वह उससे अलग पड़ोस के मकान में रहती थी। पत्नी व भांजी ने छह लाख रुपये में हत्या की सुपारी दी थी।

बता दें कि जूना सोमवारिया निवासी मिश्रीलाल राठौर पूजा इलेक्ट्रानिक्स नाम से दुकान संचालित करते थे। घर के नीचे ही दुकान है। राठौर अपने पुत्र लोकेश राठौर के साथ रहते थे। राठौर रोजाना की तरह शनिवार सुबह मार्निंग वाक पर गए थे। सुबह करीब सात बजे वह घर वापस लौटे थे। जैसे ही गेट खोलकर वह अंदर घुसे घर में पहले से ही छुपकर बैठे एक बदमाश ने उन्हें चाकू मार दिया और वहां से भाग निकला।

घायल राठौर की मौत हो गई थी। पुलिस ने घर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली थी। जिसमें एक बदमाश नजर आया था। बदमाश ने चाबी से ही ताला खोला था और वह सीढ़‍ियों पर छुपकर बैठ गया था। राठौर के आते ही उसने चाकू से हमला कर दिया था। इसके बाद वह भाग निकला था। पत्नी व भांजी की काल रिकार्डिंग से राज खुला था। कारोबारी का अपनी पत्नी कृष्णाबाई से विवाद चल रहा था। चरित्र को लेकर शंका जताने के कारण दोनों अलग-अलग मकानों में रहते थे। कृष्णाबाई पड़ोस में ही मिश्रीलाल की भांजी माया के साथ रह रही थी। पुलिस ने दोनों के मोबाइलों को खंगाला तो उसमें दोनों द्वारा गोपाल आंजना निवासी आंजना बस्ती से बात करने की काल रिकार्डिंग मिली थी। जिसमें वह राठौर की हत्या संबंधित बात कर रही थी।

इस आधार पर पुलिस ने दोनों से सख्ती से पूछताछ की गई तो उन्होंने हत्या करवाना कुबूल किया था। दोनों ने बताया कि राठौर से उसकी पत्नी अलग रही थी। राठौर उन्हें संपत्ति से बेदखल कर मकान भी खाली करवाना चाहता था। इस कारण परिचित गोपाल आंजना को हत्या की सुपारी छह लाख रुपये में दी थी।गोपाल ने हत्या का जिम्मा करण सोलंकी निवासी ग्राम कुलावदा इंगोरिया को दो लाख रुपये में दिया था। मगर हत्या के पहले मात्र दस हजार रुपये एडवांस दिए थे। इसके बाद करण ने हत्याकांड को अंजाम दिया था। सोमवार को पुलिस ने करण को देवास रोड टोल नाके के समीप से गिरफ्तार कर लिया। जबकि कृष्णाबाई, माया व गोपाल को रविवार को ही गिरफ्तार कर लिया था।