

पुलिस ने मास्टरमाइंड समेत 6 को किया गिरफ्तार
पुलिस और सरकार का एक्शन
अमृतसर (पंजाब)//
अमृतसर जिले के मजीठा क्षेत्र में जहरीली शराब ने भयानक तबाही मचाई है। यहां नकली शराब पीने से 14 लोगों की मौत हो गई, जबकि 6 लोग अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। इस हादसे ने पंजाब में शराब माफिया के खिलाफ गुस्सा भड़का दिया है। पंजाब पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी प्रभजीत सिंह समेत 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
अमृतसर रूरल के SSP मनिंदर सिंह ने बताया कि प्रभजीत सिंह इस नकली शराब नेटवर्क का मास्टरमाइंड है। पुलिस ने धारा 105 BNS और 61A एक्साइज एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। गिरफ्तार अन्य आरोपियों में प्रभजीत का भाई कुलबीर सिंह उर्फ जग्गू, साहिब सिंह उर्फ सराय, गुर्जत सिंह, और निंदर कौर शामिल हैं।
12 मई 2025 की रात मजीठा के पांच गांवों से लोगों की तबीयत बिगड़ने की खबरें आईं। स्थानीय लोगों ने बताया कि मजदूरों ने सस्ती शराब पी थी, जिसके बाद उनकी हालत बिगड़ने लगी। कुछ ही घंटों में 14 लोगों की मौत हो गई। ज्यादातर पीड़ित मजदूर वर्ग से थे, जिन्हें सस्ती नकली शराब बेची गई थी।
अमृतसर की डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने कहा, “यह बहुत दुखद हादसा है। रात में हमें खबर मिली कि पांच गांवों में लोग बीमार पड़ रहे हैं। हमने तुरंत मेडिकल टीमें भेजीं, जो घर-घर जाकर जांच कर रही हैं। 14 लोगों की मौत हो चुकी है, और 6 की हालत गंभीर है। सरकार पीड़ितों को हर संभव मदद दे रही है।”
पंजाब पुलिस ने नकली शराब के पूरे नेटवर्क की जांच शुरू कर दी है। SSP मनिंदर सिंह ने बताया कि प्रभजीत सिंह मुख्य सप्लायर था, जिसने गांवों में जहरीली शराब बेची। पुलिस ने शराब के सैंपल फोरेंसिक जांच के लिए भेजे हैं और बाकी सप्लाई चेन का पता लगाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस घटना को “कत्ल” करार देते हुए दोषियों को सख्त सजा देने का वादा किया है। X पर उनकी पोस्ट में लिखा, “यह मौतें नहीं, कत्ल हैं। इन हत्यारों को बख्शा नहीं जाएगा।” AAP सरकार ने शराब माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई के संकेत दिए हैं।
लोगों के लिए सलाह
केवल लाइसेंस प्राप्त दुकानों से शराब खरीदें। अगर शराब पीने के बाद चक्कर, उल्टी, या सांस लेने में तकलीफ हो, तो तुरंत अस्पताल जाएं।