पुलिस ने चोर को भेजा जेल

छत्तीसगढ़

एमसीबी । अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के जानकारी अनुसार 21 सितंबर 2024 को प्रार्थी दीपक नामदेव पिता अनंतराम नामदेव उम्र 41 साल निवासी वार्ड नं. 10 कंचन दफाई खोंगापानी थाना झगराखाण्ड के द्वारा पुलिस चौकी खोंगापानी में एक लिखित रिपोर्ट दर्ज कराया कि 19-20 सितंबर 2024 के दरम्यानी रात को किसी अज्ञात चोर के द्वारा मेंन मार्केट खोंगापानी में स्थित उसके किराना दुकान की छत को तोड़कर दुकान में घुस कर दुकान के गल्ले में रखे नगदी रकम जिसमें सिक्कों व नोट के रूप करीब 30-40 हजार रुपए की चोरी कर लिया है। 

रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध थाना झगराखाण्ड में अपराध क्रमांक 99/24 धारा 331(4), 305 बीएनएस का अपराध पंजीबद्ध कर घटना की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दिया गया। पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज, सरगुजा अंकित गर्ग के दिशा निर्देश एवं पुलिस अधीक्षक एमसीबी चंद्रमोहन सिह के मार्ग दर्शन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अशोक वाडेगावकर तथा अनुविभागीय पुलिस अधिकारी अलेक्सियुस टोप्पो के नेतृत्व में थाना प्रभारी झगराखाड निरीक्षक अमित कश्यप के द्वारा एक विशेष पुलिस टीम गठित कर अज्ञात आरोपी की गिरफतारी हेतु उसकी पतासाजी की जा रही थी, जो पुलिस टीम द्वारा अथक प्रयास एवं कड़ी मेहनत से संदेह के आधार पर आरोपी शिवशंकर उर्फ गुड्ड्डा शर्मा आत्म स्व. हीरालाल शर्मा उम्र 45 साल निवासी ग्राम चुकान थाना भालूमाड़ा जिला अनुपपुर (म.प्र.) को भालूमाड़ा से पकड़कर उससे कड़ाई से पूछताछ करने पर अपना जुर्म स्वीकार करते हुए दुकान से सिक्का एवं नोट सहित कुल 14500 हजार रुपए की चोरी करना स्वीकार करते हुए उसमें से 6000 हजार रुपए का चांदी का ब्रेसलेट खरीदना एवं बाकी पैसा खर्च हो जाना तथा चोरी की हुई 5-5 रुपए के कुल 400 सिक्के कुल दो हजार रुपए व लोहे का 01 नग प्लॉस व 01 नग लोहे का लम्बा पेचकश, 01 नग सफेद रंग का छोटा टार्च जिसे मेमोरेण्डम अनुसार आरोपी से बरामद किया गया। आरोपी शिवशंकर उर्फ गुड्डा शर्मा आत्मज स्व. हीरालाल शर्मा उम्र 45 साल निवासी ग्राम चुकान थाना भालूमाड़ा जिला अनुपपुर (म.प्र.) को को  25 सितंबर 2024 को गिरफ्तार किया जाकर न्यायिक अभिरक्षा में न्यायालय पेश किया गया । उक्त समस्त कार्यवाही में थाना प्रभारी झगराखाड निरीक्षक अमित कश्यप, चौकी प्रभारी खोंगापानी सउनि राकेश शर्मा, प्रधान आरक्षक अजय पोया, शम्भू नाथ यादव, चंद्रप्रकाश रत्नाकर, आरक्षक आनन्द कुर्रे, साधारण सिंह, महेश गुप्ता, जितेन्द्र ठाकुर, भूपेन्द्र यादव एवं महिला आरक्षक ईशिता श्रीवास्तव की सराहनीय भूमिका रही।