स्वच्छता अभियान में 1119 गांवों में घर-घर से कचरा संग्रहण

छत्तीसगढ़ महासमुंद

महासमुंद । कलेक्टर विनय कुमार लंगेह के निर्देशन में एवं जिला पंचायत सीईओ एस आलोक के मार्गदर्शन मे स्वच्छता को प्राथमिकता देते हुए गांवों में ठोस कचरा प्रबंधन के लिए विशेष योजनाएं लागू की हैं, जिससे स्वच्छता का संदेश हर घर तक पहुंच रहा है। स्वच्छता अभियान के तहत घर-घर से कचरा संग्रहण की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है। विभिन्न ब्लॉकों में हो रहे इस अभियान के तहत गांवों में स्वच्छाग्रहियों की भूमिका अहम हो गई है, जो कचरा संग्रहण और उसके उचित निपटान के काम में जुटे हुए हैं।

महासमुंद जिले के कुल पांच ब्लॉकों में से महासमुंद, बागबाहरा, पिथौरा, बसना और सरायपाली में कचरा संग्रहण और प्रबंधन का कार्य बेहद प्रभावी ढंग से हो रहा है। मिली जानकारी के अनुसार, महासमुंद ब्लॉक में 158 गांवों में स्वच्छाग्रही  हैं, जिनमें से 112 गांवों में ट्राइसाइकिल की सहायता से कचरा संग्रहण किया जा रहा है और 167 गांवों में कचरे का उचित सेग्रीगेशन हो रहा है। इसी तरह बागबाहरा ब्लॉक में 235 गांवों में स्वच्छाग्रही लगे हुए हैं, लेकिन ट्राइसाइकिल से केवल 65 गांवों में कचरा संग्रहण हो रहा है। यहां 170 गांवों में सेग्रीगेशन की प्रक्रिया सफलतापूर्वक चल रही है। इसी प्रकार पिथौरा ब्लॉक में 208 गांवों में स्वच्छाग्रही लगे हैं और 57 गांवों में ट्राइसाइकिल से कचरा संग्रहण हो रहा है, जबकि 183 गांवों में कचरे का सेग्रीगेशन किया जा रहा है। बसना और सरायपाली ब्लॉक में भी स्वच्छता कार्य तेजी से हो रहा है, जहां क्रमशः 80 और 86 गांवों में ट्राइसाइकिल के जरिए कचरा संग्रहण किया जा रहा है और 176 तथा 169 गांवों में सेग्रीगेशन की प्रक्रिया चल रही है।कुल मिलाकर, जिले के 1119 गांवों में से 1025 गांवों में स्वच्छाग्रही संलग्न हैं, जबकि 865 गांवों में कचरे का सफलतापूर्वक सेग्रीगेशन हो रहा है। इन आंकड़े स्पष्ट पता चलता हैं कि जिले में स्वच्छता अभियान को गांव-गांव में प्रभावी रूप से लागू किया जा रहा है। स्वच्छता अभियान की यह सफलता जिला प्रशासन की निगरानी और स्थानीय जनता की जागरूकता का परिणाम है।