बेहद दुर्गम रास्तों पर स्वयं बाइक चलाकर सुदूर ग्राम चितालाता के प्राथमिक शाला पहुंचे कलेक्टर

अंबिकापुर छत्तीसगढ़

अम्बिकापुर । जिले में स्कूली बच्चों की शिक्षा व्यवस्था में किसी तरह की बाधा ना हो, और उन्हें बेहतर शिक्षा मिले, इसके लिए कलेक्टर विलास भोसकर द्वारा लगातार स्कूलों का औचक निरीक्षण किया जा रहा है। इस निरीक्षणों से स्कूली व्यवस्था में कसावट आ रही है। इसी कड़ी में शुक्रवार को जब लुण्ड्रा के सुदूर दुर्गम गांव चितालाता में बच्चों की स्कूली व्यवस्था की स्थिति अच्छी ना होने की जानकारी संज्ञान में आई तो कलेक्टर प्रशासनिक टीम के साथ खुद स्कूल पहुंचे। 

जंगल और घाट के रास्ते से स्कूल तक पहुंचना आसान नहीं था, तो कलेक्टर ने बाइक से जाने का निर्णय लिया। स्वयं बाइक चलाते हुए पहाड़ी कोरवा बहुल गांव चितालाता पहुंचे और शासकीय प्राथमिक शाला की दशा देखी। उन्होंने स्थानीय सरपंच से गांव की जानकारी ली और स्कूल के संचालन पर चर्चा की। उन्होंने स्कूल की दशा देखते हुए एसडीओ आरईएस को फटकार लगाई और एसडीएम लुण्ड्रा नीरज कौशिक और सीईओ जनपद पंचायत अमन यादव को मौजूदा स्कूल भवन की तत्काल जांच करने कहा और मरम्मत का कार्य कल से शुरू कराने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी अशोक सिन्हा को मरम्मत कार्य की मॉनिटरिंग में सहयोग के निर्देश दिए। 

इस दौरान कलेक्टर ने बच्चों से बात की और मध्यान्ह भोजन की व्यवस्था देखी। एकल शिक्षकीय इस स्कूल में नजदीकी स्कूल से एक शिक्षक देने के निर्देश डीईओ को दिए। इस दौरान खंड स्तरीय अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।