बिलासपुर। जोनल स्टेशन में 80 कांवडियों ने जमकर हंगामा मचाया। दरअसल उन्होंने एक ही कोच में रिजर्वेशन कराया था। लेकिन, जिस कोच में उनका आरक्षण था, उसका एसी बिगड़ गया। ऐसी स्थिति में रेलवे ने दूसरा कोच जोड़ा। इस दौरान सभी के कोच अलग- थलग हो गए। इससे वे नाराज हुए और एक ही कोच में बर्थ की मांग को लेकर दुर्ग, रायपुर, भाटापारा और अंत में बिलासपुर पहुंचने के बाद हंगामा मचाने लगे।
उन्होंने जोनल स्टेशन में तीन से चार बार चेन पुलिंग की। बाद में आश्वासन मिलने के बाद उनका गुस्सा शांत हुआ। इस दौरान एक घंटे तक ट्रेन बिलासपुर रेलवे स्टेशन में खड़ी रही। ट्रेन सोमवार को सुबह 9:55 बजे प्लेटफार्म नंबर एक पर आकर खड़ी हुई। तय समय तक ठहराव के बाद ट्रेन रवाना हुई तो चेन पुलिंग हुई और ट्रेन प्लेटफार्म पर खड़ी हो गई। तीन से चार बार चेन पुलिंग होने के बाद जीआरपी, आरपीएफ व रेलवे के अन्य स्टाफ पहुंचे। उस समय बड़ी संख्या में कांवडियां नीचे उतरे हुए थे।
उनसे जब पूछताछ की गई, तब उन्होंने बताया कि इस ट्रेन के एसी -3 कोच में दुर्ग से 80 कांवड़ियों एक साथ रिजर्वेशन था। लेकिन, जब चार्ट तैयार हुआ तो उन्हें अलग-अलग कोच की बर्थ दी गई। वह इससे नाराज हुए और दुर्ग रेलवे स्टेशन में ही एक साथ सभी कांवड़ियों की बर्थ एक ही कोच में करने की मांग की गई। लेकिन, उन्हें बर्थ नहीं दी गई। इसलिए पहले दुर्ग में हंगामा मचाया। इस पर रायपुर में व्यवस्था होने का आश्वासन दिया गया।
मांग को लेकर हंगामा
रायपुर में भी समस्या का समाधान नहीं हुआ। भाटापारा में उन्होंने अपनी इसी मांग को लेकर हंगामा किया। बिलासपुर पहुंचने के बाद भी जब दिक्कत दूर नहीं हुई तो यहां भी हंगामा कर चेन पुलिंग करने लगे। बिलासपुर उन्हें समझाया गया और आगे यात्रा के दौरान उन्हें एक की कोच में बर्थ आवंटित करने का आश्वासन दिया गया। तब जाकर वह शांत हुए। इसके बाद करीब एक घंटे विलंब से ट्रेन बिलासपुर रेलवे स्टेशन से रवाना हुई।