नौकरी दिलाने के नाम पर दिया झांसा: 6 लोगों से ठग लिए 36 लाख रुपये…

राष्ट्रीय

शाजापुर। शहर में खालसा एकेडमी के नाम से सेना भर्ती की तैयारी की कोचिंग चलाने वाले युवक ने सेना में नाैकरी दिलाने के नाम पर आधा दर्जन युवकों के साथ 36 लाख रुपए की ठगी की वारदात को अंजाम दे दिया। खास बात यह है कि कोचिंग संचालक के साथ कई राज्य के लोग भी जुड़े हैं। यह सभी मिलकर संगठित गिरोह की तरह काम कर रहे हैं।कोचिंग संचालक ने युवकों से छह-छह लाख रुपए लेकर उन्हें कई राज्यों में प्रशिक्षण के लिए भेजा। वहां गिरोह से जुड़े लोगों ने उनके ठहरने और प्रशिक्षण आदि का इंतजाम किया। हालांकि कई महिने बीतने के बाद भी नाैकरी नही लगने पर युवकों को ठगी का एहसास हुआ और उन्होंने कोतवाली थाना पुलिस को शिकायत की। जिसके बाद पुलिस ने कोचिंग संचालक पर केस दर्ज किया है। हालांकि अभी पुलिस ने अन्य राज्यों में फैले इस गिरोह के सदस्यों पर केस दर्ज नही किया है।

कोतवाली पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी दरबार सिंह पुत्र चंद्रसिंह उम्र 25 वर्ष निवासी ग्राम देहरीपाल थाना मोहन बडोदिया जिला शाजापुर के खिलाफ भारतीय सेना में नोकरी का झांसा देकर धोखाधड़ी करने का केस दर्ज किया है। साहिल पुत्र मेहबूब पटेल उम्र 23 वर्ष निवासी गंधर्वपुरी थाना सोनकच्छ जिला देवास आर्मी की तैयारी कर रहा था। उसे एक परिचित ने बताया कि शाजापुर में दरबार सिंह रुपए लेकर सरकारी नौकरी लगवाता है।

नौकरी लगवाने की जानकारी मिलने पर साहिल और उसका दोस्त सचिन पुत्र जगदीश प्रजापति उम्र 24 वर्ष निवासी गंधर्वपुरी थाना सोनकच्छ जिला देवास शाजापुर आए। यहां खालसा एकेडमी संचालक से मिले। आरोपित कोचिंग संचालक दरबार सिंह ने दोनों से कहा कि मैं मिलिट्री इंजीनियर सर्विस में आपको 45 दिन में नौकरी लगवा दूंगा। आप दोनों को छह-छह लाख रूपए देने पड़ेंगे। जिस पर दोनों ने 26 अप्रैल 2022 से लेकर 31 मई 2022 के बीच कुल छह-छह लाख रूपए नगद दिए।युवकों ने रुपए लेनदेन का वीडियो भी बनाया।

इनके साथ भी की धोखाधड़ी

देवेंद्र सिंह यादव पुत्र सूबेदार सिंह यादव साल निवासी देवास, राज पुत्र राजेश पांचाल निवासी हाट पिपलिया देवास, उमेश शर्मा पुत्र सुभाष शर्मा निवासी देवास, शुभांकित वर्मा पुत्र जगदीश वर्मा निवासी देवास ने भी आरोपी दरबार को छह-छह लाख रुपए आनलाइन मोबाइल नंबर 6264366549 पर 2022 में अप्रैल से जुलाई के बीच ट्रांसफर किए ।इन लोगों को भी कोचिंग संचालक लगातार झांसा देता रहा, किंतु नाैकरी नही लगी। इस पर सभी को एहसास हुआ कि उनके साथ नाैकरी के नाम पर ठगी हुई है।

ट्रेनिंग के लिए कई राज्यों में भेजा

  • कोचिंग संचालक ने युवकों से छह-छह लाख रुपए लेने के बाद ट्रेनिंग के नाम पर उन्हें कई राज्यों में भेजा और फर्जी नियुक्ति पत्र भी दिए।
  • दस्तावेज सत्यापन के लिए दिल्ली भी लेकर गया। जहां आर्मी अस्‍पताल पहाड़गंज में संजय उर्फ सुखजीत सिंह नाम के व्यक्ति से मिलवाया, जिसने दरबार के कहने पर युवकों का मेडिकल कराया।
  • रविन्द्र सिंह नाम के व्यक्ति से भी मिलाया और बोला कि ये आर्मी में सीनियर अधिकारी है और यही तुम सब लोगों की नौकरी लगवाएंगे।
  • इसके बाद सिलीगुडी, सिक्किम में गंगटोक, झारखंड के रांची भेजा गया और यहां के एक होटल में 15 दिन रखा और बोला गया ट्रेनिंग के लिए मेरठ भेजा जाएगा।
  • मेरठ केंट में आर्मी हास्पिटल के पास तीन माह रूकवाया और काम करवाया गया। किंतु न तो कोई ट्रैनिग हुई और न नाैकरी लग सकी।
  • थक-हार कर युवक अपने गांव घर लाैट आए और कोचिंग संचालक से रुपए वापस मांगे नही देने पर रिपोर्ट दर्ज कराई।