बालोद । कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल ने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल होनी चाहिए। उन्होंने जिले के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन सुरक्षित स्थानों एवं उपयुक्त भवनों पर ही करने के निर्देश दिए हैं। चन्द्रवाल ने कहा कि किसी भी स्थिति में असुरक्षित स्थानों एवं जर्जर तथा अनुपयुक्त भवनों में आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन न किया जाए।
कलेक्टर चन्द्रवाल ने आज संयुक्त जिला कार्यालय सभाकक्ष में आयोजित महिला एवं बाल विकास विभाग के समीक्षा बैठक में विभाग के अधिकारियों को उक्ताशय के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने आंगनबाड़ी भवनों के जर्जर होने तथा बारिश के कारण भवन में सीपेज होने या बच्चों के आवागमन की दृष्टि से आंगनबाड़ी केन्द्र उपयुक्त नही होने पर ऐसे आंगनबाड़ी केन्द्रों को तत्काल उपयुक्त जगह में शिफ्ट करने के भी निर्देश दिए है। चन्द्रवाल ने अधिकारियों को ऐसे आंगनबाड़ी को चिह्नित कर इसके लिए तत्काल समुचित उपाय सुनिश्चित करने को कहा। बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी विपीन जैन सहित महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी, सेक्टर सुपरवाईजर सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारीगण उपस्थित थे।
चन्द्रवाल ने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका को बच्चों को उनके घर से आंगनबाड़ी केन्द्र तक लाने तथा उनके घर तक छोड़ने के लिए अवश्य जाएं। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्र में बच्चों को प्रदान की जाने वाली भोजन शुद्ध, ताजा एवं गुणवत्तायुक्त होनी चाहिए। उन्होंने इस कार्य में लापरवाही बरतने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी। बैठक में चन्द्रवाल ने जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों में कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं की निुयक्ति प्रक्रिया की भी समीक्षा की। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी को इस कार्य को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए।
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि जिले के अधिकांश परियोजनाओं में भर्ती प्रक्रिया अंतिम चरण में है, जिसे शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा। बैठक में चन्द्रवाल ने जिले में चलाए जा रहे ’मोर लईका, स्वस्थ्य लईका’ के कार्यों की प्रगति की भी समीक्षा की। इसके लिए उन्होंने महतारी वंदन योजना के कार्यों की भी समीक्षा की।