रायपुर । रायपुर के रिंग रोड-1 पर तेलीबांधा के करीब स्थित एक ठेकेदार के दफ्तर के सामने शनिवार को दो शूटर्स ने हवाई फायरिंग की और फरार हो गए। इस घटना ने शहर के कारोबार जगत में सनसनी फैला दी है। घटनास्थल से एक किमी दूर झारखंड नंबर प्लेट वाली पल्सर बाइक बरामद की गई है, जिसे फर्जी नंबर मानते हुए पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
लारेंस-अमन गैंग की धमकी
एक माह पहले लारेंस-अमन गैंग के शूटरों को इसी ठेकेदार को धमकाने के लिए रायपुर भेजा गया था, लेकिन उन्हें वारदात से पहले ही पकड़ लिया गया था। पुलिस के अनुसार, गैंग ने धमकी भरे ई-मेल भेजकर ठेकेदार को डराने की कोशिश की थी। इनमें कहा गया था कि गैंग ठेकेदार के दफ्तर और घर तक पहुंच जाएगा।
फायरिंग की घटना
शनिवार को दोपहर 12 बजे पल्सर बाइक पर सवार दो युवक दफ्तर के सामने पहुंचे और हवाई फायरिंग की। इस दौरान दफ्तर के भीतर पूरा स्टाफ मौजूद था, लेकिन गोलियां दफ्तर को निशाना बनाकर नहीं चलाई गईं। कुछ लोगों का कहना है कि एक फायर ठेकेदार की कार को निशाना बनाकर किया गया था। फायरिंग के बाद आसपास के दफ्तर और दुकानों ने बंद कर दिया, जिससे कारोबार जगत में दहशत फैल गई।
पुलिस की कार्रवाई
फायरिंग के बाद शूटर पचपेड़ीनाका की ओर भाग निकले। इसी रास्ते में लगभग एक किमी दूर पल्सर बाइक लावारिस मिली, जिसे फुटेज से तस्दीक कर लिया गया है। पुलिस अधिकारियों को उम्मीद है कि फायरिंग की सूचना तुरंत मिलने से शूटर अभी रायपुर से बाहर नहीं जा सके हैं। आउटर में सख्त नाकेबंदी चल रही है और हर उस वाहन को चेक किया जा रहा है, जिससे शूटरों के भागने की आशंका है।
इस घटना ने रायपुर के कारोबारी माहौल को हिला कर रख दिया है। पुलिस शूटरों की तलाश में जुटी है और शहर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इस वारदात ने साबित कर दिया है कि अपराधी किस हद तक जा सकते हैं और पुलिस को इन पर काबू पाने के लिए तत्पर रहना होगा।