वित्त मंत्री को देना चाहिए इस्तीफा – पीसीसी चीफ

मध्यप्रदेश


पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरा

भोपाल।
मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर सरकार को घेरा। पीसीसी चीफ ने एमपी विधानसभा को असमय समाप्त करने पर कहा कि, यह सरकार जनता के मुद्दों पर विश्वास नहीं करती। 20 साल के इतिहास में सबसे छोटा बजट पेश किया गया है। हमारे नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में नर्सिंग घोटाला, भ्रष्टाचार बजट का मुद्दा विपक्ष ने उठाया, इसके लिए मैं अपने सारे विधायकों को बधाई देता हूं। सरकार ने 2700 सवाल का जवाब नहीं दिया।
बजट को लेकर जीतू पटवारी ने कहा कि, BJP कर्ज को कर्ज लेकर चालने वाली सरकार बनी है। 4 लाख 41 हज़ार करोड़ रुपया का कर्ज है। पिछली बार बजट पेश किया था, उसकी भी राशि खर्च नहीं की।सरकारी नौकरी में जीरो और प्राइवेट सेक्टर में 2-5% तक का ही रोजगार दिया गया है। पटवारी ने आगे कहा कि सरकार लोगों की आंखों में धूल झोंक रही है। प्रदेश की भाजपा सरकार दिवालिया सरकार है।कर्ज लेकर करप्शन कर रही है। सरकार कर्ज लेकर करना क्या चाहती है?
पीसीसी चीफ ने कहा कि सीएजी ने मध्य प्रदेश में अपने घटिया वित्तीय प्रबंधन की बात कही है। कैग की रिपोर्ट में बचत को घटिया प्रबंधन का नमूना बताया है। ये रिपोर्ट सरकार के प्रबंधन की पोल खोलती है।जीतू नें एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि, वित्त मंत्री एक घटिया मंत्री है। इसलिए नैतिकता के आधार पर उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। जीतू पटवारी ने कहा कि, लाड़ली बहनों को ना ही पक्का मकान मिला और ना ही योजना की राशि बढ़ी। किसानों के साथ इन्होंने छल किया है। यह किसानों से नफरत करने वाली सरकार हैं।
नल जल योजना पर जीतू पटवारी ने कहा कि, चुनाव में जो वादें किए गए, बजट में उसका कोई प्रावधान नहीं है। प्रधानमंत्री ने कहा था यह टोंटी चुरा के ले जाएंगे। लेकिन, प्रधानमंत्री आपने नल में जल ही नहीं दिया। सभी जगह भ्रष्टाचार हो रहा हैं। नर्सिंग घोटाले को पीसीसी चीफ ने कहा कि BJP बच्चों के भविष्य को बर्बाद करने वाली सरकार है। लाखों बच्चों का भविष्य अंधकार में है।