ग्वालियर शहर में रहने वाले जज की पत्नी की गाड़ी का नंबर स्कूटी पर लगाकर एक युवक घूम रहा था। जब उसने शहर के अलग-अलग चौराहों पर रेड सिग्नल तोड़ा तो जज के घर आईटीएमएस सिस्टम के जरिये बने ई-चालान पहुंचना शुरू हो गए। जज ने सीधे पुलिस अधिकारियों से शिकायत की। क्राइम ब्रांच की टीम दो दिन की पड़ताल के बाद उस युवक तक पहुंच गई। उसे पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की तो बोला कि उसने स्कूटी किसी और से गिरवी ले रखी थी। यह उसकी स्कूटी नहीं है। उसने नंबर इसलिए बदल लिया था, जिससे अगर ई-चालान पहुंचे तो जिसकी गाड़ी है, उसे पता न लगे। पुलिस इस मामले में जिसकी गाड़ी है, उसे तलाश रही है। शहर में जज का परिवार रहता है। उनकी पदस्थापना बाहर है। गाड़ी घर में रखी थी, जबकि उनके घर लगातार ई-चालान पहुंच रहे थे। ई-चालान में स्कूटी एक युवक चलाता नजर आ रहा था। जबकि उन्होंने गाड़ी किसी और को दी ही नहीं थी। इसके चलते पुलिस अधिकारियों से शिकायत की गई। एएसपी क्राइम सियाज केएम ने क्राइम ब्रांच प्रभारी अजय सिंह पवार और उनकी टीम को पड़ताल में लगाया। पुलिस ने स्कूटी चालक को पकड़ लिया।
जब पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसने स्कूटी गिरवी रखी थी। इसका एक नंबर खुद बदल लिया था। जिससे ई-चालान स्कूटी मालिक के घर न पहुंचें। पुलिस उसकी बातों पर यकीन नहीं कर रही।पुलिस फिलहाल उसकी तलाश में जुट गई है, जिसकी स्कूटी है। पुलिस इसमें चोरी की गाड़ी के एंगल पर भी जांच कर रही है। हाईप्रोफाइल मामला होने की वजह से क्राइम ब्रांच इसकी पड़ताल कर रही है।