कार्ड वितरण से पहले नहीं किया गया सूची जारी, व्यवस्था चरमराई, हितग्राही को घंटों समय देकर खुद से ढूंढना पड़ रहा
निगम के अधिकारियों-कर्मचारियों की लापरवाही से हितग्राही हो रहे परेशान
कोरबा I
नगर निगम क्षेत्र में हितग्राहियों को राशन कार्ड वितरण किया जा रहा है लेकिन राशन कार्ड वितरण करने पहुंचे कर्मचारियों द्वारा शराब का सेवन कर पहुंच रहे हैं जिसका वार्ड वासियों ने विरोध किया है राशन कार्ड वितरण ने हितग्राहियों की परेशानी बढ़ा दी है। नया राशन कार्ड छपने के बाद शहरी क्षेत्र में इसका वितरण का काम नगर निगम को दिया गया है, लेकिन अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही व कामचोरी की वजह से हितग्राहियों को नया राशन कार्ड लेने में पसीना छूटने लगा है। कोरबा में विभिन्न जगहों पर नगर निगम ने राशन कार्ड वितरण की व्यवस्था की है, जहां हितग्राहियों को स्वयं से अपना राशन कार्ड ढूंढने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। इसके कारण हितग्राहियों को कार्ड ढूंढने में कई घंटे लग रहे हैं, वहीं कई हितग्राहियों को घंटों ढूंढने के बाद भी कार्ड मिल नहीं पा रहा है, जिसके कारण उन्हें बार-बार कार्ड लेने के लिए वितरण केंद्रों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। खबर ऊर्जा की टीम जब राशन कार्ड वितरण केंद्र पहुंचा तो देखा कि निगम कर्मचारी शराब के नशे में चूर था और शराब के नशे में ही राशन कार्ड वितरण कर रहा था ठीक उसी समय वार्ड पार्षद मौके पर पहुंचा जब वार्ड पार्षद को पता चला कि निगम कर्मचारियों शराब के नशे में राशन कार्ड वितरण कर रहा है तो उन्होंने जमकर फटकार लगाते हुए.
समझाइस दिया और कहा कि यदि आप शराब का सेवन कर कार्ड वितरण करेंगे तो अधिकारियों से शिकायत करने की बात कही निगम कर्मचारियों ने पार्षद का हाथ- पांव जोड़कर माफ करने को कहा हालांकि यह तो एक केंद्र की बात हुई दर्जनों केंद्र ऐसे हैं जहां हितग्राहियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है खबर ऊर्जा की कई राशन कार्ड वितरण केंद्रों की पड़ताल की । इस पड़ताल में इन केंद्रों में भारी अव्यवस्था पाई गई थी, जिसके कारण हितग्राहियों को कार्ड बनकर आने के बाद भी नहीं मिल पा रहा था। यह व्यवस्था अभी तक सुधर नहीं पाई है।
गुरुवार को भी शहर में कई राशन कार्ड वितरण केंद्रों में का निरीक्षण करने पहुंचे । यहां निगम के कुछ कर्मचारियों ने वितरण का मोर्चा संभाला हुआ था। इस कमरे में नये राशन कार्ड को अल्फाबेट सीरियल नंबर के साथ जमा करके फर्स पर रख दिया था, जहां हितग्राहियों की भीड़
लगी हुई थी। सभी हितग्राही स्वयं से फर्स पर पड़े कार्ड बंडल में अपना कार्ड ढुंढ रहे थे। कई हितग्राही तो इन काडौं का बंडल उठाकर कमरे से बाहर निकलकर हाल में जाकर कार्ड ढूंढ रहे थे। इस व्यवस्था के बीच निगम कर्मचारी सिर्फ इतना काम कर रहे थे कार्ड ढूंढकर लाने वाले हितग्राही की एंट्री रजिस्टर में कर रहे थे। नया राशन कार्ड को तीन फार्मेट में तैयार किया गया
है। कवर पेज, पीडीएफ फाइल तथा हितग्राही के नाम, पता व सदस्यों के डिटेल से भरा पेज है। इन तीनों को कम्बाइंड करने के लिए स्टेप्लिंग किया जाता है, जिसके बाद ही पूर्ण राशन कार्ड बनता है। खाद्य विभाग ने नगर निगम को कवर पेज, पीडीएफ फाइल का अलग-अलग बंडल में सप्लाई किया है, जिसे कम्बाइन व स्टेप्लिंग कर इसका वितरण किया जाना है, लेकिन केंद्रों में स्टेप्लिंग बिना ही नए कार्ड बांटे जा रहे हैं। वितरण केंद्रों में जिस तरह से नए राशन कार्डों का वितरण हो रहा है, उससे कहीं कार्ड तो कहीं पीडीएफ फाइल इधर-उधर होने की संभावना बनी हुई है। इसके कारण हितग्राहियों की परेशानी और बढ़ेगी। देखना यह होगा निगम इस व्यवस्था को कब तक सुधार पाती है या फिर व्यवस्था ऐसी ही चलती रहेगी यह तो समय बताएगा.