कोरिया । जिला कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की महत्वपूर्ण बैठक में कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित राष्ट्रीय तथा राज्य स्तरीय विभिन्न योजनाओं के बारे में समीक्षा की।
सोनोग्राफी संस्था को बंद करने के निर्देश
बैठक में पीसीपीएनडीटी (प्री-कॉन्सेप्शन और प्री-नेटल डायग्नोस्टिक टेक्निक) नर्सिंग होम एक्ट के दायरे में काम नहीं करने वाले संस्थानों पर कार्यवाही करने के निर्देश देते हुए कलेक्टर श्री लंगेह ने बैकुण्ठपुर स्थित बी.सी. सोनोग्राफी-डॉ.शालिनी षर्मा का नवीनीकरण नहीं करने तथा होल्ड करके रखने का आदेश दिया, वहीं छिंदडांड स्थित करण एक्सरे एण्ड सोनोग्राफी संस्था को बंद करने का आदेश दिया गया है। कलेक्टर श्री लंगेह ने जिले में बिना अनुमति के कोई भी नर्सिंग होम संचालित नहीं करने तथा नर्सिंग एक्ट के तहत ही संचालित करने के स्पष्ट निर्देश दिए। श्री लंगेह ने कहा यह आदिवासी बहुल जिला है, स्वास्थ्य अधोसंरचना को बढ़ावा देने के साथ बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने की जिम्मेदारी सबकी है साथ ही शासन के मंशानुरूप कार्य किया जाना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।
निर्माणाधीन एम.सी.एच. को स्वास्थ्य विभाग को सौंपने के निर्देश
जिले में स्वास्थ्य अधोसंरचना विकास के बारे में समीक्षा करते हुए कलेक्टर श्री लंगेह ने 200 बेड के नए जिला चिकित्सालय भवन के निर्माण के बारे में जानकारी प्राप्त की। संबंधित अधिकारी ने बताया कि दिसम्बर तक यह कार्य पूर्ण कर ली जाएगी, वहीं बहुप्रतीक्षित निर्माणाधीन 50 बिस्तरीय मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य (एम.सी.एच.) केन्द्र को इस माह तक पूरा करके स्वास्थ्य विभाग को सौंपने के निर्देश संबंधित नोडल एजेंसी को दी गई। बता दें पुराने जिला अस्पताल में लगातार मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नए जिला अस्पताल का निर्माण किया जा रहा है। श्री लंगेह ने जिले के सामुदायिक, प्राथमिक एवं उप प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों की समीक्षा करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि निर्माणाधीन स्वास्थ्य केन्द्रों का लगातार निरीक्षण करें तथा गुणवत्तायुक्त सामग्री का उपयोग करने पर जोर दिया, कार्य व गुणवत्ता में कोताही बरतने पर संबंधित अधिकारियों तथा ठेकेदारों के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं साथ ही लोक निर्माण विभाग, हाउसिंग बोर्ड आदि को नियमित रूप से निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं।
ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ता को निलंबित करने का आदेश
कलेक्टर श्री लंगेह ने जिले में संचालित स्वास्थ्य संबंधी राष्ट्रीय तथा राज्यस्तरीय योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। विकासखण्ड स्वास्थ्य अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि महत्वपूर्ण योजनाओं को आम लोगों तथा जरूरतमंद तबकों तक पहुंचाने में जिस तरह लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए। इसी कड़ी में आयुष्मान आरोग्य मंदिर/हेल्थ वेलनेस सेंटर, खरवत में पदस्थ ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ता (आर.एच.ओ.) अनुराग गौतम को कार्य में उदासीनता तथा लापरवाही बरतने पर तत्काल निलंबित करने का आदेश दिया गया।
संस्थागत प्रसव को बढ़ाने तथा कुपोषण दर को कम करने के निर्देश
जिले में संस्थागत प्रसव, प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल, बच्चों एवं गर्भवती माताओं को टीकाकरण, पोषण पुनर्वास केन्द्र, एनीमिया, जन्म दर, शिशु मृत्यु दर, मातृ मृत्यु दर, कुपोषण आदि के बारे में श्री लंगेह ने समीक्षा की। संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए संबंधित नोडल अधिकारियों को निर्देश दिए वहीं 5 वर्ष की आयु तक की आयु के गंभीर कुपोषण से पीड़ित बच्चों को विशेष देखभाल तथा स्वास्थ्य सुविधाएं देने के निर्देश दिए। श्री लंगेह ने सभी नोडल अधिकारियों को सामुदायिक, प्राथमिक एवं उप स्वास्थ्य केन्द्रों को नियमित रूप से खोलने के साथ डॉक्टर व स्टॉफ को रहने की हिदायत भी दिए। श्री लंगेह ने सभी बीएमओ को निर्देश दिए हैं कि नियमित रूप से स्टॉफ का बैठक लेकर वस्तुस्थिति से अवगत हों तथा इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को अवगत कराने के निर्देश भी दिए।
जीवन दीप समिति की बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय
जीवन दीप समिति की बैठक के दौरान महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करते हुए श्री लंगेह ने जिला चिकित्सालय में सुरक्षा गार्ड हेतु निविदा आमंत्रित करने, जिला अस्पताल में बरसों अनुपयोगी लोहे का पलंग इत्यादि सामानों की नीलामी, सायकल वाहन स्टैंड की निविदा, रसोई घर को आउटसोर्सिंग के माध्यम से संचालित करने पर चर्चा की गई। अस्पताल में सिविल सर्जन कक्ष के सामने, गहन चिकित्सा केन्द्र के सामने एवं ड्रेसिंग कक्ष के सामने चैनल गेट लगाए जाने, महिला वार्ड, शिशु वार्ड के गैलरी, एवं एस.एन.सी.यू. इकाई के मदर कक्ष के छत को मरम्मत करने, जिला चिकित्सालय हेतु दो एम्बुलेंस एवं दो 108 एम्बुलेंस उपलब्ध कराये जाने, निजी वार्ड के शौचालयों में वेस्टर्न कम्बोर्ड लगाये जाने, ऑक्सीजन प्लांट का सर्विसिंग कार्य कराये जाने, नवीन 22 विस्तरीय आई.सी.यू. के सामने शेड निर्माण कार्य कराये जाने की सहमति दी गई। इसके अलावा जिला चिकित्सालय में स्त्रीरोग विशेषज्ञ, सर्जरी विशेषज्ञ, रेडियोलॉजिस्ट एवं निश्चेतना चिकित्सक की भर्ती के लिए विज्ञापन प्रकाशित करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों के दिए गए। इसके अलावा जीवन दीप समिति के आय को अधिक बढ़ाने के बारे में सुझाव दिए गए तथा समिति के आय-व्यय विवरण पर चर्चा की गई।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.एस. सेंगर, जिला कार्यक्रम प्रबंधक अशरफ अंसारी, लेप्रोसी कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी, कार्यक्रमों के नोडल अधिकारी, बीएमओ, ब्लॉक कार्यक्रम अधिकारी, खण्ड विस्तार प्रशिक्षण अधिकारी, सेक्टर सुपरवाइजर, सेक्टर प्रभारी आदि उपस्थित थे।