बिलासपुर।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का सबसे छोटे नाम वाला रेलवे स्टेशन ईब एक बार फिर चर्चा में आ गया है। रेलवे ने एक्स पर इसकी जानकारी शेयर की है। अंग्रेजी के आइ और बी व हिंदी के ई व ब वर्ण से मिलकर इसका नाम बना है। एनएसजी-6 श्रेणी का यह स्टेशन ओडिशा में है। इसका नाम ईब नदी पर पड़ा है। यह महानदी की एक सहायक नदी है।
इस रेलमार्ग पर बिलासपुर रेलवे जोन का यह सबसे अंतिम स्टेशन है। इसके बाद दो जोन दक्षिण पूर्व रेलवे हावड़ा की सीमा शुरू हो जाती है। यह दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का इंटरचेंज बिंदु भी है। बिलासपुर जोन का स्टाफ यहां से ट्रेनों की कमान दूसरे जोन को सौंपते हैं। इसके बाद सुरक्षित परिचालन की जिम्मेदारी उस जोन की हो जाती है। डेटा निर्माण की दृष्टि से भी इसे बहुत महत्वपूर्ण स्टेशन माना जाता है। इस स्टेशन में चार ट्रेनों के ठहराव की सुविधा है। यहां तीन प्लेटफार्म हैं। इस स्टेशन की शुरुआत 1891 में बंगाल नागपुर रेलवे की नागपुर-आसनसोल मुख्य लाइन के खुलने के साथ हुई थी। बता दें कि देश के सबसे बड़े नाम वाला रेलवे स्टेशन वेंकटनरसिम्हाराजुवारिपेटा है। 28 अक्षरों वाला यह स्टेशन आंध्र प्रदेश में स्थित है। भारतीय रेलवे के कमाऊपूत जोन दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे समय-समय पर अपनी उपलब्धि व विशेषताओं को इंटरनेट मीडिया पर साझा करता है, ताकि आम जनता को इसकी जानकारी हो। ईब को लेकर रेलवे ने एक्स पर जानकारी शेयर की है। इसमें उन्होंने लिखा है कि क्या आप जानते हैं कि ईब रेलवे स्टेशन को भारतीय रेलवे नेटवर्क में सभी स्टेशनों में सबसे छोटा नाम होने का गौरव प्राप्त है।