भारतीय क्रिकेट टीम के हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पंड्या ने हाल ही में टी-20 विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका पर शानदार जीत के बाद अपने संन्यास की घोषणा करते हुए कहा कि वह गरिमा से जीने में विश्वास करते हैं। आईपीएल में मुंबई इंडियंस के कप्तान के तौर पर नाकाम रहने के बाद उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था, लेकिन विश्व कप में उनके हरफनमौला प्रदर्शन ने सभी को चुप करा दिया।
गरिमा में विश्वास
हार्दिक पंड्या ने कहा, “मैं गरिमा में विश्वास करता हूं। जो लोग मुझे एक प्रतिशत भी नहीं जानते, उन्होंने बहुत कुछ कहा। लोगों ने बोला लेकिन कोई बात नहीं। मेरा हमेशा मानना है कि शब्दों से जवाब नहीं देना चाहिए, हालात जवाब दे देते हैं। खराब समय हमेशा नहीं रहता। गरिमा बनाए रखना जरूरी है, चाहे आप जीतें या हारें।”
प्रशंसकों के व्यवहार पर टिप्पणी
हार्दिक ने प्रशंसकों और सभी को शालीनता से रहने की सीख दी। उन्होंने कहा, “हमें बेहतर आचरण रखना चाहिए। मुझे यकीन है कि अब वे ही लोग खुश होंगे।” उन्होंने फाइनल मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आखिरी ओवर में 16 रन नहीं बनने दिए। हार्दिक ने कहा, “बहुत कम लोगों को ऐसे जिंदगी बदलने वाले मौके मिलते हैं। यह पल हमारी किस्मत में लिखा था।”
भविष्य की योजनाएं
अगला टी-20 विश्व कप भारत में है और हार्दिक कप्तान हो सकते हैं, लेकिन वह इतने आगे की नहीं सोच रहे। उन्होंने कहा, “2026 में काफी समय है। मैं रोहित और विराट के लिए बहुत खुश हूं। भारतीय क्रिकेट के दो दिग्गज जो इस जीत के हकदार थे। उनकी कमी खलेगी लेकिन इससे बेहतर विदाई नहीं हो सकती थी।”
संजय मांजरेकर का समर्थन
भारत के पूर्व खिलाड़ी संजय मांजरेकर ने कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान उन्होंने दर्शकों को हार्दिक पंड्या के खिलाफ हूटिंग नहीं करने को कहा था क्योंकि वह बड़े मैचों के खिलाड़ी हैं। मांजरेकर ने ‘ईएसपीएनक्रिकइन्फो’ से कहा, “हार्दिक पंड्या के जीवन में शानदार बदलाव आया है। आईपीएल में लोग उनका मजाक उड़ा रहे थे और उनकी आलोचना कर रहे थे, लेकिन मैंने उनसे कहा कि वे अच्छा व्यवहार करें क्योंकि यह एक बड़े स्तर का खिलाड़ी है।”
विश्व कप में पंड्या का प्रदर्शन
पंड्या ने 144 रन बनाने के साथ 11 विकेट लेकर भारत को दूसरी टी-20 विश्व कप ट्रॉफी दिलाने में अहम योगदान दिया। मांजरेकर ने कहा, “उसने हेनरिच क्लासेन, डेविड मिलर और अंत में रबाडा का विकेट चटकाया। वह एक चैंपियन खिलाड़ी है और बड़े मैचों में उनका यह प्रदर्शन आश्चर्यजनक नहीं है।”
हार्दिक पंड्या की इस उपलब्धि ने आलोचकों को करारा जवाब दिया है और यह साबित कर दिया है कि वह वास्तव में बड़े मैचों के खिलाड़ी हैं। उनकी इस सफलता के बाद उन्हें भारतीय क्रिकेट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जा रहा है।