रायपुर I महावीर इंटरनेशनल त्रिशला ने अपनी 50वीं स्वर्ण जयंती पर विनय मित्र मण्डल के पचपेड़ी नाका स्थित वर्कशॉप में पैर कटे दिव्यांगों को जयपुर पैर के वितरण की श्रृंखला में रविवार को 300वां कृत्रिम पैर वितरित किया। इस अवसर पर आयोजित समारोह में 20 दिव्यांगों को बिना सहारे चलते देख सभी उपस्थितजन रोमांचित हो उठे।
समारोह का शुभारंभ भगवान महावीर स्वामी की तस्वीर पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। विनय मित्र मण्डल के संस्थापक महेन्द्र कोचर और पूर्व अध्यक्ष खेमराज बैद ने जयपुर पैर वितरण समारोह की शुरुआत की। महावीर इंटरनेशनल त्रिशला की सदस्यों द्वारा प्रार्थना से कार्यक्रम का प्रारंभ हुआ।
जयपुर पैर का वितरण
महावीर इंटरनेशनल त्रिशला की संचालक कुसुम श्रीश्रीमाल ने बताया कि आज 20 पैर कटे भाई-बहनों को बिना सहारे चलते देखकर सभी उपस्थितजन रोमांचित महसूस करने लगे। सभी जयपुर पैर श्रीश्रीमाल परिवार की बहू-बेटियों के सौजन्य से दिए गए हैं। गर्मी की छुट्टियों में सभी बहू-बेटियों ने निर्णय लिया कि शॉपिंग में से कुछ कटौती कर दिव्यांगों की सेवा करनी है। विनय मित्र मण्डल द्वारा संचालित जयपुर पैर के स्थायी वर्कशॉप में घुटनों के ऊपर से कटे 7 दिव्यांगों और घुटने से नीचे से पैर कटे 13 भाई-बहनों को कृत्रिम पैर लगाकर चलाया गया।
इस कार्यक्रम में महावीर इंटरनेशनल त्रिशला की सदस्य कुसुम श्रीश्रीमाल, लीला श्रीश्रीमाल, सुनंदा श्रीश्रीमाल, राजश्री श्रीश्रीमाल, साक्षी श्रीश्रीमाल, रंभा श्रीश्रीमाल, सुधा सेठिया, एकता गोलछा, शर्मिला मुनोत, उषा कोठारी और उर्मिला बरलोटा उपस्थित थीं। जोन के चेयरमैन डॉ. निरंजन हरितवाल, विनय मित्र मण्डल अध्यक्ष महावीर मालू, पूर्व अध्यक्ष महेन्द्र कोचर और खेमराज बैद भी इस अवसर पर उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन कुसुम श्रीश्रीमाल ने किया।