सीएम साय पहुंचे कुनकुरी सदन, मरीजों से पूछा हालचाल

छत्तीसगढ़ रायपुर

रायपुर । मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर प्रदेश के दूर दराज के क्षेत्र से उपचार के लिए रायपुर आने वाले मरीज और उनके स्वजनों की सुविधा के लिए कुनकुरी सेवा सदन शुरू किया गया है। इस सदन में विभिन्न बीमारियों से जूझ रहे मरीजों और उनके परिजनों के रहने की अच्छी व्यवस्था हैं। यहां मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा और मार्गदर्शन उपलब्ध कराया जाता है। यहां डॉक्टर सहित मेडिकल टीम और मरीजों को अस्पताल लाने ले जाने के लिए एंबुलेंस की सेवा भी निःशुल्क उपलब्ध है।मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय रविवार सुबह कुनकुरी सेवा सदन पहुंचे और यहां रहकर स्वास्थ्य लाभ उठा रहे मरीजों और उनके परिजनों से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने मरीजों से उनकी बीमारी और चल रहे उपचार की जानकारी लेने के साथ ही कुनकुरी सदन में मिल रही सुविधा के संबंध में विस्तार से जाना। इस अवसर पर खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा और विधायक पुरंदर मिश्रा भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री से चर्चा के दौरान सदन के अधिकारियों ने उन्हें बताया कि बचपन से दिव्यांग कांसाबेल से आयी सात वर्षीय बालिका रिया को पिछले दो महीने से फिजियोथेरेपी का लाभ मिलने से अब उसकी सेहत में सुधार दिखने लगा है। वहीं कुनकुरी से आयी रीटा कायतर दुर्घटना के पश्चात चल पाने में असमर्थ थी। परंतु अब कुनकुरी सदन में रहकर डीकेएस हॉस्पिटल से निरंतर फिजियोथेरेपी कराने पर उनके स्वास्थ्य में सुधार हुआ है। दो माह पूर्व बस्तर में सड़क दुर्घटना में घायल नीतिश कुमार का एक पैर काटना पड़ा। वर्तमान में उनका उपचार डीकेएस हॉस्पिटल में हो रहा है। उन्हें और उनके परिजनों को सदन में ठहरने एवं भोजन की अच्छी व्यवस्था मिल रही है।मुख्यमंत्री साय ने कहा कि कुनकुरी सदन में महिला एवं पुरूष डॉक्टर तथा मेडिकल स्टॉफ पदस्थ हैं, जो यहां पर सबकी सेवा कर रहे हैं। यहां दूरस्थ अंचलों से मरीज इलाज के लिए आए हुए हैं। यहां किसान से लेकर सभी वर्ग के लोग इलाज के लिए आते हैं। सभी को सदन में मार्गदर्शन भी दिया जाता है और उनका सहयोग भी किया जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरे विधानसभा क्षेत्र के नाम पर इस सदन का नाम कुनकुरी सदन रखा गया है। यहां पर प्रदेश भर से इलाज के लिए आए मरीजों को जिन्हें किसी मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है और शुरुआती दौर में अस्पताल में बेड अलॉट नहीं हो पाता उन्हें यहां के अधिकारी सहयोग करते हैं, मार्गदर्शन देते हैं। अस्पताल में चिकित्सकों से बात करके उनका समुचित इलाज की व्यवस्था भी करते हैं। सरकार की योजनाओं की मदद से उनका इलाज होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सार्वजनिक जीवन की शुरूआत से ही जरूरतमंद मरीजों का इलाज कराने में मेरी रूचि रही है।गौरतलब है कि रायपुर में अंबेडकर मेडिकल कालेज, मेकाहारा, एम्स सहित निजी चिकित्सा संस्थानों में उपलब्ध सेवाओं का लाभ उठाने के लिए प्रदेश के दूरस्थ अंचलों से रोजाना सैकड़ों जरूरतमंद लोग रायपुर पहुंचते हैं। इन लोगों की जरूरत को महसूस करते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कुनकुरी सेवा सदन की शुरूआत की पहल की है। 50 बिस्तर की क्षमता वाले इस सेवा सदन का शुभारंभ इसी साल मार्च में हुआ है। अब तक हजार से अधिक लोगों को इस सदन का लाभ मिल चुका है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री साय मेडिकल सेवा को लेकर बहुत संवेदनशील रहे हैं। सांसद और केन्द्रीय मंत्री रहने के दौरान भी उन्होंने बीमार मरीजों की जरूरत और उनकी सहायता करने के लिए तत्परता से काम करते रहे हैं। मुख्यमंत्री के रूप में छत्तीसगढ़ का कमान संभालने के बाद, कुनकुरी सदन जशपुर सहित पूरे प्रदेश के मरीजों की आशा का नया केन्द्र बन गया है।प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने के लिए मुख्यमंत्री साय ने कार्यकाल के पहले दिन से ही सख्ती दिखानी शुरू कर दी थी। उन्होनें शपथ लेने के बाद एंबुलेंस सेवा को सुधारने का पहला निर्देश अधिकारियों को दिया था। इसके साथ ही सभी सरकारी अस्पतालों में सस्ती जेनरीक दवा उपलब्ध कराने की व्यवस्था भी मुख्यमंत्री के पहल पर हो चुकी है।