मोहला । कलेक्टर एस जयवर्धन ने जिला कार्यालय के सभाकक्ष में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के संचालकों एवं जिले में संचालित छात्रावासों एवं आश्रमों के अधीक्षकों की बैठक ली। कलेक्टर ने नया शिक्षा सत्र प्रारंभ होने के पूर्व इन संस्था संचालको की बैठक लेकर संस्था के संचालन, उपलब्ध संसाधन, बेसिक आवश्यकता, शैक्षणिक गतिविधियों, परीक्षा परिणाम के संबंध में विस्तृत चर्चा करते हुए जरूरी दिशा निर्देश दिये।
कलेक्टर ने बैठक में कहा कि जिला मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी नवीन जिला है, जिले के बच्चों को शैक्षणिक गतिविधियों में बेहतर प्रदर्शन करने और उज्जवल भविष्य को सुदृढ़ करने के लिए संस्था संचालक उच्च स्तरीय शैक्षिक गतिविधियों का संचालन करते हुए विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य योजना बनाएं। उन्होंने बैठक में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए सभी तरह की आवश्यक मूलभूत सुविधा सुनिश्चित करते हुए शैक्षणिक विकास करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने बैठक में छात्रावास एवं आश्रम में निवासरत विद्यार्थियों के लिए शैक्षणिक गतिविधियों के साथ ही अन्य विविध गतिविधियों में परंपरागत करते हुए उनका बेसिक विकास करने के निर्देश दिए हैं। जिन संस्थाओं में प्रोजेक्टर प्रदाय किया गया है, उसके माध्यम से ज्ञानवर्धक व मनोवैज्ञानिक ढंग से शैक्षणिक विकास करने कहा गया है। कलेक्टर ने कहा कि इन संस्थानों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए एक माहौल तैयार किया जाकर नवोदय विद्यालय जैसे संस्थानों में प्रवेश लेने के लिए विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा कि माता-पिता के बाद शिक्षकों की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है कि विद्यार्थियों को पूर्ण जवाबदेही के साथ उनके विकास में अपना योगदान देना सुनिश्चित करें। बच्चों को अपना स्नेह और आशीर्वाद सिद्द्त के साथ देवें। बच्चों की विशेष देखभाल के साथ ही समय-समय पर स्वास्थ्य प्रशिक्षण अनिवार्य रूप से कराएं। सभी संस्थाओं में आवश्यक पोषक-पोषण युक्त पौष्टिक आहार पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराने के कड़ी निर्देश दिए गए हैं। बच्चों के आहार को लेकर कहीं भी कोई शिकायत ना आये, इसका विशेष ध्यान रखने कहा गया है। शैक्षणिक सत्र के दौरान बिना अधिकृत अनुमति के कहीं भी किसी शैक्षणिक अथवा पर्यटन भ्रमण के लिए नहीं ले जाने कहा गया है। छात्रावास एवं आश्रमों का उपयोग किसी सामाजिक अथवा अन्य कार्यक्रमों के लिए उपयोग में नहीं लाने के कड़ी निर्देश दिए गए हैं। बालिका छात्रावास एवं आश्रमों की सुरक्षा में कोई भी चुक ना हो इसका कड़ाई से पालन करने निर्देश दिए गए हैं। कलेक्टर ने बैठक में यह भी कहा है कि छात्रावास एवं आश्रम में रहने वाली बालिकाओं को अच्छे बुरे का अनुभव के उद्देश्य से गुड टच एवं बेड टच के संबंध में जागरूक करने कहा गया है। बच्चों में स्वच्छता के प्रति जिम्मेदारी लाने के उद्देश्य से कचरा संग्रहण व प्रबंधन के प्रति प्रेरित करने कहा गया है। कलेक्टर ने कहा कि बालिका छात्रावास एवं आश्रमों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करें। जिन संस्थाओं में सीसीटीवी की व्यवस्था नहीं है, वहा इसके लिए आवश्यक पहल करने के निर्देश दिए हैं। पालक निगरानी समिति की बैठक प्रति माह अवश्य लेने कहा गया है। संस्थानों में अध्यनरत बच्चों को मुल पहचान कर्ता के साथ ही बाहर जाने देने निर्देशित किया गया है। किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ उन्हें बाहर जाने ना दिया जाए, इस बात पर विशेष ध्यान रखना कहा गया है। कलेक्टर ने बैठक में निर्देशित करते हुए कहा है कि कोई भी बच्चा बिच में अधूरी पढ़ाई छोड़कर शाला त्यागी की श्रेणी में ना आये इसके लिए सभी बच्चों को शिक्षा के महत्व के प्रति सजकता पूर्वक प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए हैं। जिले में संचालित सभी छात्रावास एवं आश्रमों में स्वीकृत सीटों के अनुपात में शतप्रतिशत बच्चों का प्रवेश किया जाकर संस्थाओं का संचालन करने कहा गया है।कलेक्टर ने कहा है कि संस्थाओं के संचालन के लिए उपयोग में आने वाले सामानों की खरीदी में मीतब्यतता का विशेष ध्यान रखने हुए खरीदारी करने के निर्देश दिए गए हैं। बैठक में सहायक आयुक्त श्रीकांत दुबे, जिला शिक्षा अधिकारी फत्तेराम कोसरिया, एकलव्य प्राचार्य टी.एस. कारटे, शिक्षाविद संजय जैन, समाज सेवी नारायण खण्डेलवाल, मंडल संयोजक मोहला दानेश्वर, मानपुर डिलेश्वर, अधीक्षक विकास मानिकपुरी, अधीक्षिका प्रमिला कडिय़ाम, पालक समिति के अध्यक्ष सुरेश उइके एवं अन्य सदस्य उपस्थित रहे।