कवर्धा । बीते कुछ महीनो में बे मौसम बरसात और ओलावृष्टि के कारण प्रदेश के किसान बेहद परेशान थे। कवर्धा जिले के किसान भी इस बे मौसम बरसात की मार झेल रहे थे। जनवरी फरवरी एवं मार्च माह में हुई ओलावृष्टि ने रबी फसल चना-गेहूं के साथ सब्जियों को भी नुकसान पहुचाया था। किसानो की परेशानी को देखते हुए सरकार ने मुआवजा देने की बात कही थी।
किसान मितान कहे जाने वाले स्थानीय विधायक व उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने किसानो को इस परेशानी से जल्दी निजात दिलाने के लिए जिले के अधिकारियो को निर्देशित किया था। जिन किसानो ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत बीमा कराया है उनको बीमा क्लेम राशि अतिशीघ्र जारी की जाएगी। वहीं जिन किसानों ने बीमा नहीं कराया है, उनके खेतो में जाकर राजस्व अमला सर्वे करेगा और प्रभावित किसान को मुआवजा राशि दी जायेगी।
डिप्टी सीएम शर्मा के प्रयाशो से जिले में फसल बीमा योजना अंतर्गत बीमित तकरीबन 6928 किसान जिनका जनवरी में फसल खराब हुई थी, उनके लिए बीमा राशि 6 करोड़ 65 लाख जारी हो चुकी है। वहीं फरवरी माह में प्रभावित बीमित 1213 किसानो को 1 करोड़ 93 लाख की राशी जारी की जा चुकी है। माह मार्च में प्रभावित 3362 किसानो को 2 करोड़ 69 लाख रूपये का क्लेम दिया जा चुका है। वहीं मार्च माह में प्रभावित जिले के बीमित किसानो में 9119 किसान को क्लेम मिलना शेष है। शेष किसान जिनको बीमा क्लेम नही मिला है उन्हें 31 मई के पहले लगभग 15 करोड़ 77 लाख रूपये की राशि जारी होना तय माना जा रहा है।
विष्णुदेव सरकार के निर्णय से जिले के फसल बीमा करा चुके किसानो को दोहरा लाभ मिलेगा। इन्हें शासन के नियमानुसार आर बी सी 6-4 के तहत मुआवजा राशी भी दी जायेगी। वहीं ऐसे किसान जिनका बीमा नही है, उनको केवल आर बी सी 6-4 के तहत मुआवजा दिया जायेगा।जिले के बेमौसम बरसात व ओलावृष्टि से प्रभावित 66769 किसानो को आर बी सी 6-4 के तहत लगभग 41 करोड़ 51 लाख रुपये मुआवजा दिया जाना है, जिसमे लगभग 10 करोड़ की राशी किसानो को जारी हो चुकी है। शेष मुआवजा बहुत जल्द दिया जाएगा। डिप्टी सीएम शर्मा ने कहा मुआवजा क्षतिपूर्ति राशि समय सीमा में दी जा सके, तब इसका महत्व बढ़ जाता है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री विष्णुदेव की नेतृत्व वाली छत्तीसगढ़ सरकार किसानो के प्रति संवेदनशील है। पूरा प्रयास रहेगा क्षतिपूर्ति के लिए चिन्हित शेष किसान जिन्हें किन्ही कारणों से अब तक मुआवजा नहीं मिल पाया है उन्हें जल्द से जल्द क्षतिपूर्ति राशि मिल जाये।