कवर्धा । ज़िला चिकित्सालय कबीरधाम विगत ३ माह के प्रयासों से मॉडल चिकित्सालय की ओर निरंतर से अग्रसर हो रहा है। उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा के मंशानुरूप एवम दिशा निर्देशानुसार राम प्रसाद बघेल के सतत निगरानी एवम सहयोग से कबीरधाम ज़िला चिकित्सालय में चिकित्सकीय व्यवस्था एवम मरीजों के बेहतर ईलाज हेतु समस्त चिकित्सा अधिकारियों एवम विशेषज्ञ चिकित्सकों को उनके मूल कार्य के अतिरिक्त विभागवार कार्य विभाजन कर जवाबदेही सौंपा गया है और निरंतर सुधार किया जा रहा है।
चिकित्सालय के प्रभारी सिविल सर्जन डाक्टर केशव ध्रुव एवम प्रभारी आरएमओ डॉक्टर राकेश कुमार से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला चिकित्सालय के सभी चिकित्सकों को अलग अलग विभागवार कार्य विभाजित कर 15 विभागों में बांटा गया है। जिला चिकित्सालय के वरिष्ठ चिकित्सक एवम शिशु रोग विशेषज्ञ डाक्टर सलिल मिश्रा शिशु रोग विभाग के प्रभारी हैं एवम उनको एसएनसीयू, पोषण पुनर्वास केंद्र एवम स्नातकोत्तर गाइड तथा जिला टीकाकरण अधिकारी का भी अतिरिक्त प्रभार है, द्वारा नवजात बच्चों से लेकर कुपोषित बच्चों एवम नव युवाओं के स्वास्थ्य संबंधी समस्त कार्यक्रमों का भी दायित्व निभाया जा रहा है। जिला चिकित्सालय के शिशु रोग विभाग में लगातार कम वजन के बच्चों का उपचार, सिकलिंग से ग्रस्त बच्चों का उपचार, थैलेसीमिया का उपचार एवम अन्य गंभीर बीमारियों का उपकार किया जा रहा है।
विगत 4 माह में ज़िला चिकित्सालय के एसएनसीयू में लगभग 320 गंभीर एवम कम वजन वाले बच्चों को भर्ती कर उपचार किया गया।गंभीरकुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कर लगभग 16 दिन तक पोषण प्रदान किया जाता है। बच्चे के साथ उनकी मां को भी रुकने की व्यवस्था होती है एवम मां को प्रतिदिन क्षतिपूर्ति राशि 150रुपए के दर से कुल 2250 रूपये प्रदान की जाती है। इसी प्रकार डॉक्टर कुणाल चंद्र झा को मेडिसिन वार्ड का प्रभारी एवम डाक्टर स्वप्निल पांडे को सहायक वार्ड प्रभारी बनाया गया है। मेडिसिन विभाग के अंतर्गत राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम, राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम, राष्ट्रीय वायरल हेपेटाइटिस नियंत्रण कार्यक्रम, आईसीटीसी, सम्बन्धित समस्त कार्यों का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है, ताकि हमारे जिले में उक्त बीमारियों के नियंत्रण एवम रोकथाम संबंधी कार्यों का सफल संचालन किया जा सके।
डाक्टर अर्पित यादव को सर्जरी विभाग, डॉक्टर स्वप्निल तिवारी को ओपीडी, E हॉस्पिटल, राष्ट्रीय रेबीज कंट्रोल प्रोग्राम, एमसीडी, BMW एवम सिकल सेल यूनिट का अतिरिक्त कार्य सौंपा गया है। वहीं प्रभारी आरएमओ डॉक्टर राकेश कुमार आपातकालीन चिकित्सा व्यवस्था संबंधी कार्यों के अलावा मानसिक रोगों के उपचार एवम आत्महत्या रोकथाम तथा नशामुक्ति संबंधी कार्यों का भी संपादन करते है। इनके सहायक के रूप में डॉक्टर प्रांजल जैन अस्थि रोग विशेषज्ञ एवम आपातकालीन परिस्थितियों के प्रशिक्षित चिकित्सक डॉक्टर पुरषोत्तम राजपूत भी आपातकालीन सेवाओं हेतु सदैव उपस्थित रहते हैं। अस्थि रोग विभाग के प्रभारी डॉक्टर विकास चंद्रा एवम डॉक्टर शिवेश मानिकपुरी हैं जिनके द्वारा सभी मरीजों का रोस्टर अनुसार प्रत्येक दो दिवस के भीतर ऑपरेशन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाती है। प्रसूति एवम स्त्री रोग विभाग में वर्तमान में 3 विशेषज्ञ चिकित्सक एवम 2 अन्य महिला चिकित्सको को प्रभार दिया गया है। जिनके द्वारा आपातकालीन ऑपरेशन (सिजेरियन डिलीवरी) की जाती है एवम नशबंदी ऑपरेशन के अलावा अन्य स्त्री रोग संबंधी बीमारियों का उपचार किया जाता है। विगत 4 माह में जिला चिकित्सालय कबीरधाम में 1164 गर्भवती माताओं का सुरक्षित प्रसव कराया गया , जिसमें से 855 सामान्य प्रसव थे एवम 309 सिजेरियन डिलीवरी के प्रकरण थे।
जिला चिकित्सालय में चेकलिस्ट बनाकर उपकरणों की व्यवस्था एवम आवश्यक सुविधाओं का सतत निगरानी किया जाता है। पानी, बिजली, जेनरेटर, ऑक्सीजन प्लांट के सफल संचालन हेतु हॉस्पिटल प्रबंधक अरुण पवार को जिम्मेदारी दी गई है। जिला चिकित्सालय में प्रतिदिन दो बार साफ सफाई, पोछा की जाती है एवम अपशिष्टों का निपटान किया जाता है।मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं में आहार अत्यंत महत्वपूर्ण है, मरीजों को उनकी बीमारी एवम चिकित्सकों के सलाह अनुरूप डाइटिशियन शिवांगी सोनी के द्वारा प्रतिदिन डाइट बनाकर दिया जाता है, एवम इस कार्य कि निगरानी भी की जाती है। भोजन की गुणवत्ता की समय समय पर फूड एंड सेफ्टी विभाग द्वारा जांच भी की जाती है। ज़िला चिकित्सालय को मॉडल ज़िला चिकित्सालय बनाने की शासन की योजना अनुरूप प्रशिक्षित चिकित्सक डॉक्टर कुणाल झा, अरुण पवार हॉस्पिटल सलाहकार एवम प्रभारी मेट्रन Smt कृष्णा वासनिक के संयुक्त दल के द्वारा प्रस्तावना तैयार किया जा रहा है। उक्त दल के द्वारा बनाए जा रहे प्रस्ताव को शासन को शीघ्र ही भेजा जाएगा और बहुत ही जल्द वर्तमान ज़िला चिकित्सालय एक नए मॉडल जिला चिकित्सालय के रूप में क्षेत्र की जनता की सेवा में उपलब्ध रहेगा।