लाखों रुपए की लागत से तैयार किया प्लांट
जगदलपुर।
मैसूर व मप्र के इंदौर की तर्ज पर बस्तर में भी वेस्ट फूड से बिजली बनाने की तैयारी नगर निगम के द्वारा की जा रही है। जगदलपुर के डोंगाघाट में 33 लाख रुपए से एक प्लांट तैयार किया गया है। छत्तीसगढ़ बायोफ्यूल विकास प्राधिकरण ने इस प्लांट के संचालन के लिए निगम को पत्र लिखा है। प्राधिकरण के मुताबिक योजना की जवाबदेही नगर निगम को दी गई है। हालाकि निगम के पास पहले से ही डोंगाघाट में बायोगैस प्लांट मौजूद है। जिससे निगम को काफी आसानी होगी। जुलाई तक बस्तर में वेस्ट फूड से बिजली बनाने का काम शुरू होने का लक्षय रखा गया है।
डोंगाघाट में बायो गैस प्लांट से बिजली बनाने के लिए रोज करीब 500 किलो वेस्ट फूड की जरूरत होगी। इसके लिए नगर निगम होटल, रेस्टारेंट, सब्जी बाजार व घरों का कचरा यहां लाकर टैंक में डंप करेगा। इसे प्रोसेसिंग यूनिट से जोड़ेंगे डंप वेस्ट के सड़ने के बाद इससे गैस बनेगी जो मुख्य मशीन तक जाएगी फिर यहां से तैयार गैस बैलून में स्टोर होगी इसका इस्तेमाल बिजली के रूप में किया जाएगा।