जशपुरनगर । लोकसभा निर्वाचन 2024 को सकुशल, पारदर्शिता के साथ सम्पन्न कराने के लिए निर्वाचन कार्य हेतु निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ रवि मित्तल, जिला पंचायत सीईओ अभिषेक कुमार के मार्गदर्शन व निर्देशन में जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा नियुक्त माइक्रो आब्जर्वर का जिला स्तरीय प्रशिक्षण जिला पंचायत सभा कक्ष में संपन्न हुआ।
निर्वाचन को सफलतापूर्वक संपन्न करने के लिए विभिन्न बैंक, एलआईसी, सेंट्रल स्कूल आदि से 160 माइक्रो आब्जर्वरअधिकारी कर्मचारी की ड्यूटी लगाई गई है। सभी रायगढ़ लोकसभा के सामान्य प्रेक्षक के मार्गदर्शन में कार्य करेंगे। प्रशिक्षण में सभी माइक्रो आब्जर्वर को मतदान प्रक्रिया, मॉक पोल, ईवीएम के सीलिंग प्रक्रिया की विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई साथ ही हैंड्स ऑन प्रैक्टिस भी कराया गया। प्रशिक्षण के अंत में परीक्षा भी ली गई। माइक्रो आब्जर्वर मतदान दिवस को मतदान दल के द्वारा किए जाने वाले संपूर्ण मतदान की प्रक्रिया का सूक्ष्म अवलोकन करेंगे और उसकी रिपोर्ट निर्धारित प्रपत्र में सामग्री जमा केंद्र में सामान्य पर्यवेक्षक को सौंपेंगे। प्रशिक्षण जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर प्रोफेसर डी आर राठिया, डॉ शशि कुमार मारकंडे द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।मास्टर ट्रेनर ने माइक्रो ऑब्जर्वर को निर्वाचन के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि चुनाव कार्य सुचारू रूप से संचालन हेतु अपने दायित्व का निष्ठापूर्वक निर्वहन करें। भारत निर्वाचन आयोग का उद्देश्य निर्वाचन की प्रक्रिया निष्पक्ष, पारदर्शी और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराना है। आप सभी की ड्यूटी माइक्रो आब्जर्वर के रूप में लगाई गई है। इस हेतु आप सभी कुशलता पूर्वक सौंपे गए जिम्मेदारियों का आपसी समन्वय से निर्वहन कर निर्वाचन कार्य में सहभागिता प्रदान करें। प्रशिक्षण में माइक्रो आर्ब्जवरों को मतदान स्थल पर तैयारी ईव्हीएम, बैलेट यूनिट, मतदान दल के पीठासीन अधिकारी एवं अन्य मतदान अधिकारियों के कार्य, मतदाता पर्ची, मतपत्र लेखा तथा मॉक पोल, वीवीपैट में मॉक पोल कराने की कार्यवाही के पश्चात सीआरसी, सीलिंग की कार्यवाही, डाक मतपत्र, आदि की प्रक्रिया के बारे में अवगत कराया गया । इनमें कहीं भी किसी प्रकार की त्रुटि व कमी के बारे में तत्काल जानकारी उपलब्ध कराने के लिए कहा गया।मास्टर ट्रेनरो ने उपस्थित माइक्रो ऑब्जर्वर को प्रशिक्षण देते हुए बताया कि मतदान केंद्र में मॉक पोल के दौरान मतदान अभिकर्ता की उपस्थिति,अनुपस्थिति पर नजर रखनी है। प्रत्येक घंटे में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और मतदाता रजिस्टर से आंकड़े का मिलान करते रहेंगे, ताकि मतदान की स्थिति स्पष्ट होती रहे। उन्होंने बताया कि केंद्र में मतदाता परिचय पत्र से कितने मतदाताओं ने वोट दिया और एएसडी सूची से कितने मतदाताओं ने वोट दिया, इसका अवलोकन करना है। साथ ही पीठासीन पदाधिकारी की डायरी में समस्त गतिविधियां दर्ज हों यह भी सुनिश्चित करना है। प्रशिक्षण के दौरान मास्टर ट्रेनर द्वारा उपस्थित माइक्रो ऑब्जर्वर को ईवीएम मशीन का डेमोंस्ट्रेशन के माध्यम से तकनीकी जानकारी भी प्रदान की गई।