आधा दर्जन कर्मचारी गए जेल, शव रखकर प्रदर्शन

छत्तीसगढ़ रायपुर

मांगा एक-एक करोड़ मुआवजा

रायपुर।
तेलीबांधा थाना क्षेत्र में संचालित अशोका बिरयानी सेंटर का गटर साफ करने उत्तरे दो कर्मचारियों की मौत के बाद मृतक के परिजन आक्रोश में हैं। शुक्रवार को परिजनों ने बिरयानी सेंटर के बाहर लाश रखकर प्रदर्शन किया। वहीं बिरयानी सेंटर में मीडियाकर्मियों से दुर्व्यवहार और मारपीट के आरोप में तीन पुरुष कर्मचारियों और तीन महिला कर्मियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर उनके खिलाफ प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत कार्रवाई करते हुए कोर्ट में पेश कर जेल दाखिल करा दिया है। इधर निगम प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए अशोका बिरयानी के सभी सेंटर को सील कर दिया है। गौरतलब है कि अशोका बिरयानी में इलेक्ट्रीशियन का काम करने वाले नील कुमार पटेल तथा डेविड साहू को दबावपूर्वक गटर की सफाई करने आधा फीट से कम गोलाई वाली टंकी में उतारा गया था, जहां दोनों कर्मचारियों की दम घुटने से मौत हो गई थी।
कर्मचारियों की मौत की घटना पर बिरयानी सेंटर प्रबंधन लीपापोती करने कोशिश कर रहा था, इसी दौरान मीडियाकर्मी घटना का कवरेज करने पहुंच गए। मीडिया को कवरेज करने से रोकने बिरयानी सेंटर संचालक के इशारे पर पत्रकारों के साथ मारपीट करते हुए उनका कैमरा तोड़कर महिला एवं पुरुष कर्मचारियों ने दुर्व्यवहार किया। बिरयानी सेंटर का संचालन बंद बिरयानी सेंटर में दो कर्मचारियों की मौत के घटना के बाद पुलिस ने घटनास्थल को सील कर दिया है। मामले की जांच करने गुरुवार को फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम भी पहुंची थी। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास की जगह को सील कर दिया है। इसके चलते बिरयानी सेंटर का संचालन अघोषित तौर पर बंद है।
मुआवजे की मांग को लेकर जांजगीर-चांपा निवासी नील कुमार पटेल के भाई दिनेश पटेल, धमतरी निवासी मृतक डेविड साहू की बहन खुशबू साहू एवं उसकी एक अन्य बहन अशोका बिरयानी के बाहर धरना देने पहुंचे। मृतक के परिजनों ने फ्रीजर में लाश रखकर अशोका बिरयानी के सामने देर शाम तक प्रदर्शन किया।
अशोका बिरयानी में दो कर्मियों की मौत की घटना को निगम प्रशासन ने भी गंभीरता से लिया है। शहर में अलग-अलग जगहों में संचालित अशोका बिरयानी सेंटर में कई तरह की अनियमितता पाए जाने के बाद निगम प्रशासन ने सभी सेंटरों को बंद करा दिया है। नगर निगम आयुक्त अबिनाश मिश्रा के मुताबिक अशोका बिरयानी में लायसेंस के अलावा गुमास्ता एक्ट के उल्लंघन के साथ ही फायर एनओसी तथा वाहनों की पार्किंग व्यवस्था नहीं होने के अलावा जमीन विवाद का मामला भी है। इसके चलते जांच होते तक रेलवे स्टेशन, जीई रोड, रायपुरा, पचपेड़ीनाका में संचालित बिरयानी सेंटर बंद करा दिया गया है।
अशोका बिरयानी के संचालक कष्णकांत तिवारी के खिलाफ फर्जी दस्तावेज तैयार कर जमीन कब्जाने का मामला डीडीनगर थाने में गंभीर धाराओं के तहत दर्ज है। कृष्णकांत के खिलाफ मुंबई में रहने वाली रितु शर्मा ने रायपुर में अपने दादाजी के नाम पर खरीदी गई जमीन के फर्जी दस्तावेज कर रजिस्ट्री कराने को लेकर तीन वर्ष पूर्व रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रितु के मुताबिक बिलासपुर हाईकोर्ट ने कृष्णकांत की जमानत खारिज कर दी है, बावजूद इसके पुलिस ने कृष्णकांत को गिरफ्तार नहीं किया है। रितु ने कृष्णकांत द्वारा गुंडों की मदद से उनकी पिटाई करने का भी आरोप लगाया है।
पत्रकारों के साथ मारपीट करने के आरोप में गिरफ्तार कर्मचारी रोमिना मंडल, नेहा मोडेकर उर्फ भूरी, लोकेश्वरी विश्वकर्मा, आकाश मानिकपुरी, मनीष मिश्रा तथा रोहित चंद्रा को पुलिस ने एसडीएम कोर्ट में पेश किया। आरोपियों के बचाव के लिए अशोका बिरयानी के संचालक की तरफ से आधा दर्जन से ज्यादा वकील पहुंचे थे। इसके अलावा पत्रकारों का पक्ष रखने विवेक तनवानी उपस्थित हुए। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद एसडीएम कोर्ट ने आरोपियों को जेल भेजने का फैसला सुनाया।