A procession of barefoot miscreants with torn clothes and withered faces https://khaskhabar.news/

फटे कपड़ों और मुरझाए चेहरे लेकर नंगे पांव उपद्रवियों की निकली बारात

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पुलिस ने 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें भरे बाजार नंगे पांव घुमाया पैदल

जयपुर //
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के विधानसभा क्षेत्र में एक परिवार पर पथराव के बाद पुलिस की आंखें खुल गईं. दिनदहाड़े विवादित भूमि पर कब्जा करने की नीयत से गुंडागर्दी कर दहशत फैलाने वाले बदमाशों को पुलिस ने देर से ही सही कानून का अच्छा पाठ पढ़ाया है. पुलिस ने मामले में 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें भरे बाजार नंगे पांव पैदल घुमाया.
आगे-आगे पुलिस की सायरन बजती गाड़ियां और पीछे
फटे कपड़े, मुरझाए चेहरे पर नीची गर्दन करके कदमताल करते आरोपियों को देख हर कोई पुलिस की वाहवाही करने लगा. हालांकि इस दौरान पैदल चलते कुछ बेशर्म बदमाश हाथों से विक्ट्री साइन भी दिखाते नजर आए लेकिन कुछ मुंह छिपाते हुए भी देखे गए.
जयपुर पूर्व के पुलिस उपायुक्त कावेन्द्र सागर ने बताया, मालपुरा गेट पुलिस थाना इलाके में बीते 8 अप्रैल को सांगानेर के दादाबाड़ी नगर में विवादित जमीन को लेकर कब्जा करने के प्रयास में परिवादी शंकर लाल सुईवाल के परिवार से दूसरे पक्ष ने मारपीट की. इस घटना की रिपोर्ट दर्ज होने के तुरंत बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घटनास्थल पहुंच कर मौके से मुख्य आरोपी सुभाष चन्द मदेरणा और नन्दकिशोर मीणा को गिरफ्तार किया.
पुलिस ने बाकी 8 बदमाशों को सी.सी.टी.वी. फुटेज के आधार पर चिन्हित कर दबिश देकर गिरफ्तार किया. गिरफ्तार आरोपी सुभाष और नन्दकिशोर के अलावा जितेंद्र सह उर्फ़ जीतू फौजी, रामजीलाल बैरवा, सुरेश जाट, महेन्द्र मीणा, नरेंद्र बैरवा, जय सिंह नरुका और यशपाल सिंह हैं, जिन्होंने जबरन गुंडागर्दी कर विवादित भूमि पर कब्जा करने का प्रयास किया.
बता दें कि बीते सोमवार दोपहर करीब 12 बजे गाड़ियों में सवार होकर आए हथियारबंद दर्जनभर बदमाशों ने जमकर दहशत मचाई. हाथों में डण्डे, सरिया और पत्थर लेकर पीड़ित शंकरलाल सुईवाल के परिवार पर हमला बोल दिया. बदमाश जबरन उनके घर का मुख्य दरवाजा तोड़कर अन्दर घुसे और एकराय होकर बदमाशों ने डण्डे और पत्थरों से धावा बोल दिया.
पथराव में 5 लोग घायल हो गए जिन्होंने जैसे तैसे कमरे में बंद होकर अपनी जान बचाई. घटना की सूचना पुलिस को दी गई लेकिन पुलिस के सामने भी उपद्रवी नहीं रुके और पत्थर बरसाने लगे. जिसके बाद इलाके के लोग भी सहम उठे.