बिलासपुर । चैत नवरात्र नौ अप्रैल से प्रारंभ होगा, जिस दिन हिंदू नववर्ष की शुरुआत होगी। इसी तरह 17 अप्रैल को रामनवमी मनेगी। इन्हें मनाने की तैयारी अभी से जोरों से चल रही है। विभिन्न हिंदू व सामाजिक संगठन शोभायात्रा निकालेंगे। साथ ही ये संगठन दोनों दिन शाम को दीये जलाकर घर रोशन करते हुए खुशियां मनाने का आह्वान कर रहे हैं। वहीं शहर समेत अंचल के कुम्हार भी दीये बनाने के कार्य में जुटे हुए हैं। ऐसे में एक बार हिंदू नववर्ष और रामनवमी के दिन दीवाली की तरह दीयों से घर जगमग होगा। नौ अप्रैल को हिंदू नववर्ष धूमधाम से मनाने के लिए तैयारी चल रही है। सर्व हिंदू समाज की इस दिन शोभायात्रा निकाली जाएगी और नववर्ष को जोरदार स्वागत किया जाएगा। साथ ही यह चैत नवरात्र का पहला दिन होगा। ऐसे में मां के नौ रूप की आराधना का पर्व भी शुरू होगा। इन बातों को ध्यान में रखते हुए सर्व हिंदू समाज नववर्ष व चैत्र नवरात्र को भव्य रूप से मनाने का आह्वान कर रहा है और हिंदू परंपरा के मुताबिक नौ अप्रैल की शाम घरों के द्वार पर दीये जलाने की बात कह रहा है। इसी तरह 17 अप्रैल की शाम को भी दीए जलाने की अपील की गई है। इस दिन रामनवमी रहेगी। उसे भी पूरे भव्यता से मनाने का निर्णय विभिन्न हिंदू समाज की ओर से लिया गया है। इसकी भी तैयारी जोरों से चल रही है। इस दिन भी घर-घर दीये जलाने का आह्वान किया गया है, ताकि दोनों ही पर्व पूरी भव्यता के साथ मनाया जा सके। इधर कुम्हार भी दीये तैयार कर रहे हैं, साथ ही इसे बेचने का काम भी कर रहे हैं। ऐसे में एक बार फिर हिंदू नववर्ष और रामनवमी के दिन दीये की रोशनी से घर-घर रोशन होगा।
ध्वज की मांग बढ़ी
घरों के छत में भगवा ध्वज लगाने की परंपरा शुरू हो चुकी है। नववर्ष में भी घर के छतों में ध्वज लगाने का आह्वान है। ऐसे में एक बार फिर शहर के बाजार में भगवा रंग के ध्वज दिखने लगे हैं और बीते कुछ दिनों से इन ध्वजों की अच्छी खासी बिक्री हो रही है।
रामलला की प्राणप्रतिष्ठा पर भी शहर हुआ था जगमग
इससे पहले 22 जनवरी को अयोध्या के भव्य राम मंदिर में श्री रामलला विराजमान हुए। इस दिन पूरे देश में त्योहार का माहौल रहा और लोगों ने इसकी खुशी मनाते हुए हर घर में दीये जलाए। इससे शहर के घर दीयों से रोशन हुए थे। इस बार हिंदू नववर्ष और रामनवमी के दिन भी शहर दीयों की रोशनी से जगमग होगा।