राजगढ़/इंदौर । जिले के ब्यावरा कस्बा निवासी 62 वर्षीय महिला को इलाज के बाद इंदौर के निजी अस्पताल के चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनकी सांसें एक घंटे बाद दोबारा तब चलने लगीं, जब उनके स्वजन इंदौर से ब्यावरा के लिए आ रहे थे। रास्ते में मक्सी के पास दोबारा महिला की सांसें चलने पर स्वजन फिर उन्हें इंदौर ले गए हैं। जानकारी के अनुसार, मंजूलता शर्मा की तबीयत अचानक बिगड़ने पर तीन दिन पहले स्वजन इंदौर निजी अस्पताल में उपचार कराने ले गए थे। वे घर पर बेहोश हो गई थीं। वहां जाकर पता चला कि उन्हें ब्रेन हेमरेज और लिवर में संक्रमण है। दो दिन उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया, इसके बाद सोमवार सुबह डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। उनके भतीजे अनूप शर्मा ने बताया कि जब वे उन्हें लेकर लौट रहे थे, तभी रास्ते में अचानक उनकी सांसें चलने लगीं। इस पर उन्हें फिर से इंदौर के अस्पताल लेकर गए, जहां डाक्टरों ने दोबारा भर्ती कर लिया है। हालांकि, डाक्टरों का कहना है कि अभी वे खतरे से बाहर नहीं है। लिवर काम नहीं कर रहा, ब्रेन काम नहीं कर रहा, सिर्फ हृदय काम कर रहा है, जिसके कारण सांसें चलने लगी थीं। डाक्टर का कहना है कि कई बार ऐसी स्थितियां निर्मित हो जाती हैं, मल्टी आर्गन फेलियर में ऐसी स्थितियां बनती हैं, लेकिन स्थिति क्रिटिकल ही है। फिलहाल उन्हें आक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है।