30 दिन में 390 करोड़ की जब्ती
जयपुर I
राजस्थान में दो चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे। इधर, चुनावों को लेकर निर्वाचन विभाग की प्रक्रिया लगातार जारी है। वहीं देश में आदर्श आचार संहिता लागू होने का चुनाव आयोग सख्त हैं। इस बीच राजस्थान में चुनाव आयोग ने 1 मार्च से 30 मार्च तक की कार्रवाई का लेखा जोखा रिपोर्ट जारी की। आंकड़ों के अनुसार राजस्थान में अब तक 390 करोड रुपए की नगदी जब्त की गई है। चुनाव आयोग प्रदेश में अलग-अलग एजेंसी की ओर से संदिग्ध वस्तुओं और धन के अवैध उपयोग पर कड़ी निगरानी कर अपनी पैनी नजर बनाएं हुए हैं। चुनाव आयोग की ओर से जारी आंकड़ों में मामलों के निस्तारण में टोंक जिला अव्वल रहा है।
आचार संहिता लागू होने के चलते राजस्थान में 1 मार्च से 30 मार्च तक की विभिन्न एजेंसी की ओर से की गई कार्रवाई में धन के अवैध उपयोग की आशंका में 390 करोड रुपए की राशि जब्त की है। इस दौरान विभिन्न एजेंसियों की ओर से 2024 मामलों में कार्रवाई की गई। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार पुलिस की ओर से 296 करोड़, इनकम टैक्स की ओर से 39 करोड़, स्टेट एक्साइज की ओर से 5.7 करोड़, स्टेट जीएसटी की ओर से 24 करोड़, वन विभाग की ओर से 3.67 करोड़, कस्टम ड्यूटी विभाग की ओर से 5.13 करोड़, केंद्रीय जीएसटी की ओर से 1.18 करोड़, DRI की ओर से 3.44 करोड़, नारकोटिक्स ब्यूरो की ओर से 8.87 करोड़, ट्रांसपोर्ट की ओर से 2.30 करोड़ तथा अन्य 60 लाख रुपए जब्त किए गए हैं।
राज्य चुनाव आयुक्त की ओर से जारी गई C विजील रिपोर्ट में 16 मार्च से 30 मार्च तक के आंकड़ों का खुलासा किया गया है। इसमें 2162 केस रजिस्टर्ड हुए। इनमें निर्वाचन विभाग ने सभी मामलों का निराकरण कर दिया है। इन आंकड़ों में सबसे बेस्ट परफॉर्मेंस टोंक जिले की साबित हुई। टोंक में सबसे अधिक मामलों का निराकरण किया गया। आंकड़ों के अनुसार इन शिकायतों में 778 मामले सही पाए गए। इसके अलावा फिलहाल चुनाव आयोग की ओर से कोई केस पेंडिंग नहीं है। चुनाव आयुक्त ने बताया कि केस के निस्तारण में 22 घंटे 39 मिनट का औसत टाइम दर्ज किया गया है।