पूर्व विधायक, पूर्व महापौर, पूर्व DSP सहित कई नेता भाजपा में शामिल

मध्यप्रदेश

सीएम बोले – सबको मिलेगा सम्मान

भोपाल।
लोकसभा चुनाव के दौरान जहां भाजपा अपना कुनबा लगातार बढ़ा रही है, वहीं उसके प्रमुख प्रतिद्वंद्वी दल कांग्रेस के नेताओं में भगदड़ मची है। इसी सिलसिले में बुधवार को विंध्य क्षेत्र में भी कांग्रेस को बड़ा झटका लगा।
पूर्व विधायक यादवेंद्र सिंह, पूर्व महापौर पुष्कर सिंह तोमर व राजाराम त्रिपाठी, जिला पंचायत सदस्य संजय सिंह कछवाह, पूर्व लोकसभा प्रत्याशी सुधीर सिंह तोमर, पूर्व महापौर प्रत्याशी मनीष तिवारी, रवींद्र सिंह सेठी समेत कई नेता अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए।

ये सभी नेता गुरुवार सुबह राजधानी में भाजपा कार्यालय पहुंचे, जहां कुछ देर पहले मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाएंगे। इस मौके पर भाजपा के न्यू ज्वाइनिंग कमेटी के अध्यक्ष नरोत्तम मिश्रा, भाजपा के प्रदेश महामंत्री व विधायक भगवान दास सबनानी समेत अनेक नेता पार्टी कार्यालय में मौजूद हैं। सदस्यों की भीड़ बढ़ने पर सदस्यता अभियान कुछ समय के लिए रोकना पड़ा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि भाजपा में आए सभी सदस्यों का मैं स्वागत करता हूं। मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने कहा कि सीएम डा. मोहन यादव ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि सामने वाले के पास कुछ बचेगा ही नहीं। भाजपा में साधारण कार्यकर्ता को मंत्री और मुख्यमंत्री पद पर पहुंचाया जाता है।आप बीजेपी के परिवार में आए हो। आपके पास ऐसा मौका कभी भी आ सकता है। आपको अधिकार दिया जाता है कि कि आप भी अपने क्षेत्र में कार्यकर्ताओं को जोड़ सकते हो। उनको वही सम्मान दिया जाएगा, जो यहां पर आपको दिया गया है। मध्य प्रदेश को आगे ले जाने के लिए आपके सुझाव भी हमारे लिए महत्वपूर्ण होंगे।
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि आज की सदस्यता को छोड़कर अब तक 14718 लोग बीजेपी में शामिल हुए है। इनमें कांग्रेस के ये पूर्व सांसद, मंत्री, विधायक और पधाधिकारी रहे हैं। मध्य प्रदेश देश का वो राज्य जिसमें कांग्रेस के सर्वाधिक नेताओं ने कांग्रेस छोड़ी और बीजेपी ज्वाइन की है। होली के बाद सदस्यता अभियान चलाएंगे और इसे गिनीज बुक में लाएंगे। सोनिया गांधी हो या राहुल गांधी कांग्रेस के सब बड़े नेता सीट छोड़ छोड़ कर भाग रहे हैं। मध्य प्रदेश कांग्रेस-मुक्त होने के लिए आगे बढ़ रहा है। कांग्रेस में ये स्थिति हो गई है कि फोन मत उठाना नहीं तो लोकसभा का टिकट दे देंगे। गुरुवार को 1500 नेताओं ने बीजेपी ज्वाइन की।