राजस्व सेवाओं को प्राथमिकता में निराकरण करें : कलेक्टर

कर्वधा छत्तीसगढ़

कवर्धा । कलेक्टर महोबे ने राजस्व अधिकारियों की बैठक ली। उन्होने बैठक में राजस्व विभाग के काम-काज सहित आश्रम-छात्रावास, शैक्षणिक संस्थान स्कूल, आंगनबाड़ी पीडीएस दूकान, सहित राज्य शासन की ओर से संचालित लोक सेवा अधिनियम गांरटी में शामिल राजस्व सेवाओं की प्रगति की समीक्षा कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

कलेक्टर महोबे ने तहसीलवार समय सीमा के उपर लंबित सभी राजस्व प्रकरणां की गहन समीक्षा करते हुए शीघ्रता से निराकरण करने के सख्त निर्देश दिए। उन्होने नामांतरण, सीमांकन, बंटवारा, अविवादित प्रकरण,भू-अर्जन सहित सभी राजस्व प्रकरणां की समीक्षा करते हुए कहा कि किसी भी तहसील में अपंजीकृत प्रकरण नहीं होनी चाहिए। राजस्व से जुड़े सभी प्रकरणों को पंजीयन करें और निर्धारित तिथियों के भीतर प्राथमिकता में निराकरण की कार्यवाही करें। कलेक्टर ने सभी राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि वे अपने अनुविभाग क्षेत्र के तहसील, उप तहसील, और राजस्व सर्किल कार्यालयों को भी निरीक्षण करें और एक नियमित अंतराल में अधिकारियों की बैठक लेकर राजस्व प्रकरणों सहित अन्य काम-काज की समीक्षा करे। बैठक में अपर कलेक्टर अविनाश भोई संयुक्त कलेक्टर डॉ मोनिका कौडो, पंडरिया एसडीएम संदीप ठाकुर, कवर्धा एसडीएम अनुपम टोप्पों, सहसपुर लोहारा एसडीएम आकांक्षा नायक सहित समस्त राजस्व अधिकारी एवं नायब तहसीलदार उपस्थित थे।

कलेक्टर महोबे ने राजस्व बैठक में राज्य शासन राजस्व काम-काज संबंधित दिशा-निर्देशों आदेशों पत्रों की समीक्षा की। उन्होंने कलेक्टर जनदर्शन में राजस्व से जुड़े शिकायतों, मांगों और समस्याओं से जुड़ी राजस्व जनशिकायतों को तहसीलवार गहन समीक्षा की। उन्होने कहा कि राजस्व से जु़ड़ी छोटी-छोटी समस्याएं और शिकायतों को कलेक्टर जनचौपालन में नियमित रूप से ग्रमीणजन आवेदन लेकर आ रहे है, जबकि उनके इस शिकायतों का निराकरण स्थानीय स्तर पर ही संभव है, लेकिन इस तरह के आवेदन जिला कार्यालय में पहुंचकर आम ग्रामीण जन परेशान हो रहे है, यह उचित नहीं है। उन्होंने सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देशित करते कहा कि सभी मैदानी अमले राजस्व निरीक्षण, पटवारियों को नियमित रूप से अपने मुख्यालय में रहना सुनिश्चित करे और राजस्व से जुड़ी इन सभी जनशिकायतों को शीघ्रता से दूर करने के सख्त निर्देश दिए। 

कलेक्टर ने जल संसाधन, सड़क निर्माण से संबधित लंबित भू-अर्जन प्रकरणों की समीक्षा करते हुए शीघ्रता से निराकरण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने आगामी शैक्षणिक सत्र को विशेष ध्यान में रखते हुए राजस्व अधिकारियों को एक अभियान चलाकर विद्यार्थियों को उनके शैक्षणिक कार्यों के लिए आवश्यक होने वाली आय-जाति-निवास प्रमाणपत्र के लिए वर्क प्लान बनाने के निर्देश दिए, ताकि शैक्षणिक कार्यों से कोई भी अभिभावक,माता-पिता और विद्यार्थीगण अनावश्यक परेशान ना रहें।

कलेक्टर महोबे ने आगामी लोक सभा निर्वाचन को ध्यान में रखते हुए सभी अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदार को उनके क्षेत्रों के सभी मतदान केन्द्रों का भौतिक निरीक्षण करने और मतदान दलों के आवागमन के हिसाब से रूट का भी निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होने सभी मतदान केन्द्रों में मूलभूत आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित एवं तैयारी करने के भी निर्देश दिए।    

राजस्व अधिकारी जनमन योजना को विशेष मॉनिटरिंग करें : कलेक्टर

कबीरधाम जिले में विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा परिवारों के कल्याण एवं उन्हे विकास के मुख्यमार्ग में लाने के लिए संचालित प्रधानमंत्री जनमन योजना की मॉनिटरिंग के लिए अब राजस्व अधिकारी भी अपना दायित्व निभाएंगे। कलेक्टर जनमेजय महोबे ने राजस्व अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जिले के बोड़ला विकासखण्ड के क्रमशः बोड़ला, तरेगांव जंगल और रेंगाखार, पंडरिया विकासखण्ड के कुकदूर, पंडरिया और सहसपुर लोहारा तहसील क्षेत्र में विशेष पिछड़ी जनजाति के लोग निवासरत है। उन परिवारों को योजना का लाभ देते हुए प्रत्येक परिवारों को पक्का आवास की स्वीकृति दी गई हैं। उन क्षेत्रां में आवागमन के लिए पक्की सड़के स्वीकृत की गई है। साथ ही आंगनबाड़ी, स्कूल सहित अन्य मूलभूत विकास के लिए कार्यों की स्वीकृत दी जाएगी। सभी राजस्व अधिकारी अपने क्षेत्र के अंतगर्गत आने वाले बैगा गांवों में स्वीकृत सभी कार्यों और योजनाओं के क्रियान्वयन की विशेष मॉनिटरिंग करे  और प्राथमिकता में सभी कार्यों को पूरा करने में ग्रामीण परिवारों को मार्गदर्शन भी दे।

आश्रम-छात्रावास सहित शैक्षणिक संस्थानों का निरीक्षण करें : कलेक्टर 

कलेक्टर जनमेजय महोबे ने जिले के सभी राजस्व अनुविभागीय अधिकारी,तहसीलदार एवं नायाब तहसीलदार को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी अधिकारी राजस्व काम-काज के आलवा अपने क्षेत्र में संचालितद आदिमजाति विकास विभाग द्वारा संचालित आश्रम-छात्रावास, स्कूली शिक्षा विभाग के शैक्षणिक संस्थान और महिला एंव बाल विकास विभाग के आंगनबाड़ी केन्द्रों को नियमित अंतराल में सतत निरीक्षण करें और निरीक्षण पंजी का भी अवलोकन करें। कलेक्टर ने कहा कि आश्रम-छात्रावास में अध्यनरत विद्यार्थियों को नियमित अंतराल स्वास्थ्य परीक्षण कराएं। इन सभी शैक्षणिक संस्थानाओं में किसी अध्यापन कार्यों का भी जायजा ले। मैदानी अमालों की उपस्थिति सुनिश्चित करें।