SP के मार्गदर्शन में चला वृहद एंटी-क्राइम अभियान
बिलासपुर।
राज्य सरकार का अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति को फॉलो करते हुए बिलासपुर पुलिस कप्तान राजनेश सिंह ने वृहद एंटी-क्राइम अभियान एक्टिवेट किया है। इस अभियान के तहत जिले में तीन दिनों से ताबड़तोड़ कार्यवाही की जा रही है। इस दौरा बीते एक वर्ष में संपत्ति संबंधी मामलों में जेल से रिहा हुए चोरी, लूट व डकैती जैसे मामलों के 227 आरोपियों के घर जाकर अपराध से दूर रहने की समझाइश दी गई। 152 गुंडा एवं 72 निगरानी बदमाशों पर फोकस करते हुए सुधर जाने की चेतवानी दी गई। इसके अलावा 12 स्थायी वारंट और 69 गिरफ्तारी वारंट की तामीली भी कराई गई।
पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह (IPS) के निर्देशानुसार लगातार 3 दिनों से सभी थाना क्षेत्रान्तर्गत रहने वाले गुंडा एवं निगरानी बदमाश तथा विगत 1 वर्ष में जेल से रिहा हुए संपत्ति संबंधी अपराधों (चोरी, लूट, डकैती आदि) में संलिप्त आरोपियों की चेकिंग के लिए अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही समंस, गिरफ्तारी वारंट एवं स्थायी वारंट की चेकिंग अभियान भी चलाया जा रहा है। यह अभियान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) राजेंद्र जायसवाल, नगर पुलिस अधीक्षक (सिटी कोतवाली) श्रीमती पूजा कुमार (भापुसे), नगर पुलिस अधीक्षक (सिविल लाइन) उमेश कुमार गुप्ता, उप पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) उदयन बेहार, उप पुलिस अधीक्षक (रक्षित केंद्र) श्रीमती मंजुलता केरकेट्टा, नगर पुलिस अधीक्षक (चकरभाठा) कृष्ण कुमार पटेल, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस (कोटा) सिद्धार्थ बघेल तथा प्रशिक्षु आईपीएस
अजय कुमार के सुपरविजन में चलाया गया। अभियान के दौरान अपने थाना क्षेत्र में निवासरत गुंडा एवं निगरानी बदमाश, पिछले 1 वर्ष में जेल से रिहा हुए संपत्ति संबंधी अपराधों में संलिप्त अपराधियों को शाम 6 बजे से सुबह 5 बजे के मध्य उनके निवास स्थान पर जाकर भौतिक रूप से चेक किया गया तथा कुछ को थाने बुला कर चेक किया गया। इसमें आरोपियों के वर्तमान में प्रयुक्त मोबाइल नम्बर, उनके आजीविका के साधन, उनके निवास में हुए परिवर्तन सहित अन्य जानकारियां एकत्र की गई। गुंडा तथा निगरानी बदमाशों के आजीविका के वर्तमान साधनों के बारे में जानकारी ली गई। उन्हें आपराधिक गतिविधियों से दूर रहने की कड़ी चेतावनी दी गई। अपने निवास स्थान पर अनुपस्थित पाए गए व्यक्तियों की पतासाजी की जाकर उनकी भी जांच की जा रही है। इसके साथ ही समंस, गिरफ्तारी वारंट तथा स्थायी वारंट की तामीली के लिए भी विशेष अभियान चलाया गया।
इस विशेष अभियान के अंतर्गत 3 दिनों में शहरी थानों के अंतर्गत 152 गुंडे, 72 निगरानी शुदा, 69 गिरफ्तारी वारंट तामील, 12 स्थायी वारंट तामील कराई गई और जेल से रिहा हुए 227 बदमाशों को अपराध से दूर रहने की समझाइश दी गई।