आंगनबाड़ी केंद्र में नौनिहालों के स्वास्थ्य से खिलवाड़!

राष्ट्रीय

धनबाद I

जिला के आंगनबाड़ी केंद्र में नौनिहालों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है. यह हम नहीं कह रहें बल्कि तस्वीरें सच्चाई बयां करने के लिए काफी है. आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों को रोगों से बचाने के लिए पोषाहार दिया जाता है लेकिन वही पोषाहार उनके लिए जानलेवा से कम नहीं. क्योंकि यहां बांटे गये पोषाहार एक्सपायर हो चुके हैं. इसके अलावा एक केंद्र के बाहर खुले में इस्तेमाल की हुई सिरिंज फेंकी हुई पायी गयी है.
वो तो गनीमत रही कि जागरूक माताओं ने आंगनबाड़ी केंद्र से दिए गए पोषाहार की पैकेट की जांच की. वरना समझा जा सकता है कि यही पोषाहार अगर बच्चों को खिलाया गया होता तो शायद उनकी जान पर बन सकती थी. यही नहीं आंगनबाड़ी केंद्र पर बच्चों का टीकाकरण कार्यक्रम चलता है. टीकाकरण में जिस डिस्पोजल सिरिंज का इस्तेमाल किया जाता है. वह सिरिंज आंगनबाड़ी केंद्र में खुले में फेंका हुआ पाया गया है. आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चे टीकाकरण में इस्तेमाल की गई, सिरिंज से संक्रमित हो सकते हैं. संक्रमण के कारण बच्चे की जान तक जा सकती है. दोनों मामला जिला के गोविंदपुर प्रखंड अंतर्गत कुलबेड़ा पंचायत स्थित हड़ियाडीह आंगनबाड़ी केंद्र की है.
गुड़िया देवी ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका राखी देवी और सहिया सुमित्रा देवी के द्वारा उन्हें पोषाहार दिया गया है. ये पोषाहार एक्सपायर हो चुकी थी. सहिया और सेविका से बोलने पर वह झगड़ जाती हैं. वह कहती हैं कि जो आता है, वही हम देते हैं. गुड़िया देवी ने बताया कि साल में दो या तीन बार ही पोषाहार मिलता है. इस बाबत जिला समाज कल्याण पदाधिकारी स्नेहा कश्यप ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है, इसकी जांच कराने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
आंगनबाड़ी केंद्र की यह लापरवाही बच्चों के लिए कितनी घातक साबित हो सकती है यह समझा जा सकता है. फिर भी उनकी यह कार्यशाली नौनिहालों की जान से खिलवाड़ करने के लिए काफी है. ऐसे में इतने लापरवाह को ना सिर्फ कार्य हटाने की बल्कि कानूनी कार्रवाई करने की भी जरूरत है.