स्मार्ट सिटी के कार्यों और साइंस कॉलेज चौपाटी की होगी विभागीय जांच : ओपी चौधरी

छत्तीसगढ़ रायपुर

रायपुर । भाजपा विधायक राजेश मूणत ने सोमवार को  विधानसभा में ध्यानाकर्षण के जरिए रायपुर स्मार्ट सिटी के कामों में गड़बड़ी का मुद्दा का उठाया। सवालों का जवाब देते हुए मंत्री ओपी चौधरी ने समार्ट सिटी रायपुर के कई कामों की जांच कराने का ऐलान किया।

मंत्री चौधरी ने सदन में साइंस कॉलेज चौपाटी के संबंध में जांच की घोषणा की। इसके अलावा चौपाटी हटाने के संबंध में नगरीय प्रशासन विभाग से चर्चा करने की बात भी उन्होंने कही। मंत्री ने कहा- स्मार्ट सिटी की गड़बड़ियों की जांच होगी। गलत ढंग से काम करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। इससे पहले ध्यानाकर्षण के जरिए राजेश मूणत ने स्मार्ट सिटी के कामों का मामला उठाते हुए करोड़ों रुपए की राशि में बंदरबांट का आरोप लगाया। उनहोंने बगैर दक्षता देखे मिलीभगत कर काम देने का आरोप लगाया। इस पर मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि, सभी काम दक्षता देखने के बाद दिए गए हैं। प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंसी के परीक्षण के बाद काम दिए गए। तब राजेश मूणत ने कहा- 970 करोड़ की परियोजनाएं आईं। इनमें से कितने काम पूरे हुए और कितने काम अधूरे हैं। 180 करोड़ का काम किया जा चुका है, 399 करोड़ के 10 टेंडर को निरस्त किए गए हैं।

राजेश मूणत ने कहा : 185 परियोजनाओं को पूरा नहीं किया जा सका, इसके लिए कौन जिम्मेदार है। ओपी चौधरी ने दिया जवाब : नवा रायपुर में सभी पैकेज को निरस्त कर दिया गया है। पुराने रायपुर के संबंध में नगरीय प्रशासन विभाग से वे जानकारी लेकर उपलब्ध करा देंगे। इसके बाद राजेश मूणत ने कहा- बूढ़ातालाब को प्रयोग का केंद्र बना दिया गया।

चौपाटी को लेकर मूणत ने उठाए गंभीर सवाल
यूथ हब के नाम पर चौपाटी निर्माण पर भी राजेश मूणत ने जताई आपत्ति। उन्होंने पूछा- क्या चौपाटी को बंद किया जाएगा? इस मंत्री ओपी चौधरी ने दिया जवाब- चौपाटी का ऑपरेशन और मेंटेनेंस निरस्त किया गया है। यूथ हब को चौपाटी में बदलने की जांच कराई जाएगी। राजेश मूणत ने कहा- जिन लोगों ने गलत काम किया उनके खिलाफ कार्रवाई हो। हमने 13 दिन तक वहां भूख हड़ताल की, लंबा संघर्ष किया है। जिन लोगों ने नियम के विपरीत काम किया उन पर क्या कार्रवाई होगी। चौपाटी के स्थान पर कोई और निर्माण किया जाएगा। ओपी चौधरी ने दिया जवाब- विभागीय जांच की जाएगी। चौपाटी हटाने को लेकर नगरीय प्रशासन विभाग के साथ चर्चा की जाएगी। जिन्होंने गलत ढंग से काम किया है, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। पुराने रायपुर में भी जो गड़बड़ियां हैं, उसकी जांच कराएंगे।