रायपुर । जब एक बेटी पढ़ती है, तो वह न केवल अपने लिए, बल्कि अपने परिवार और समाज के लिए भी बेहतर भविष्य का निर्माण करती है। महिलाएं परिवार की नींव होती हैं महिलाएं अपने परिवारों की देखभाल करने और उन्हें शिक्षा और संस्कार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
उच्च शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने गोबिंदराम शदाणी शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय के प्रतिभा सम्मान समारोह “सांझ” एवं नामकरण समारोह के दौरान यह बात कही।
उन्होंने कहा कि पहले लोग बेटियों की शिक्षा दिलाने में आनाकानी करते थे। लेकिन आज बेटियों ने शिक्षा, खेल और दूसरी क्षेत्रों में अपना मुकाम हासिल कर सबको बता दिया वो किसी से कम नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हमको परेशानियों से घबराना नहीं है। जब हम कुछ बड़ा हासिल करने की सोचते है तो समयाएं आती हैं। हर समस्या का एक समाधान होता है। लेकिन जब एक समस्या का समाधान मिलता है तो दूसरी समस्या आ जाती है और शायद यही जिंदगी है अगर समस्याओं से मुक्ति मिल जाए तो हमारे जीवन का उद्देश्य ही खत्म हो जाएगा।
बृजमोहन अग्रवाल ने शिक्षा में तकनीकी के इस्तेमाल पर जोर देते हुए कहा कि, आज के आधुनिक समय में तकनीकी के सही इस्तेमाल ही हम आगे बढ़ सकते हैं। अब आईटी के बाद एआई का समय आ गया है। अगर हमको विश्व स्तर की शिक्षा चाहिए तो तकनीकी का सही इस्तमाल करना पड़ेगा। शिक्षा मंत्री ने स्कूल में स्मार्ट क्लास के निर्माण के लिए 25 लाख रुपए देने की घोषणा की एवं कमरों के निर्माण के लिए 75 लाख रुपए देने की घोषणा की।
इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली छात्राओं को पुरुस्कृत किया। छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में संत युधिष्ठिर महाराज, प्राचार्य डॉ अमिताभ बनर्जी, शरद मोदी, ललित जयसिंह, चेतन, लल्लू लाल, समाज के लोग समेत स्कूली छात्राएं, शिक्षक और कर्मचारी उपस्थित रहे।