बीजापुर । जिले में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में बनने वाली सड़के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई।अधिकारियों से साठगांठ कर ठेकेदारों ने सड़क निर्माण में इस कदर अनियमितता बरती की साल भर के अंदर ही सड़क में कई जगह गड्ढे हो गए है एवं कई जगह से सड़क उखड़ने लगी।
जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनाई गई सड़क विभाग एवं ठेकेदार की मिली भगत से अब भष्ट्राचार की भेंट चढ़ रही है। उसूर ब्लॉक के मुर्दोण्डा से चटलापल्ली गांव को जोड़ने के लिए विभाग की तरफ से करीब दो करोड़ की लागत से पांच किलोमीटर सड़क का निर्माण करवाया गया था।
सड़क के निर्माण में लापरवाही बरती गई है। निर्माण में भष्ट्राचार की पोल खुलती जा रही है। सड़क का निर्माण रविन्द्र सिंह ढिल्लन की कंपनी ने किया था। बता दें कि विभाग द्वारा लगाए गए सूचना पटल पर सड़क का निर्माण कार्य प्रारम्भ की तिथि 15/01/2021 एवं 14/10/2022 को पूर्ण होना दर्शया गया है,सूचना पटल पर ठेकेदार का नाम और सड़क की लागत अंकित नही है। लेकिन सड़क नर्माण के चंद महीनों बाद ही सड़क पर बडे़-बड़े गडढे हो चुके हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि सड़क निर्माण के दौरान रोड रोलर नहीं चलाया गया था। जिस कारण समय से पहले ही सड़क उखड़ते जा रही है। इतना ही नहीं इस पांच किलोमीटर लम्बई वाली सड़क में एक भी पुलिया नही बनाई गई है। ग्रामिनी ने बताया उक्त सड़क में लगभग 5 से 6 पुलिया की आवश्यक्ता है। पुलिया नही बनने की वजह से सड़क कई जगह से कट गई है एवं साइड सोल्डर तक बह चुका है। इस सडक पर पुलिया नही बनने से कई जगह गडढे हो चुके हैं जो बारिश के दिनों में इस इलाके के रहवासियों के लिए मुसीबत का सबब बन सकते है। क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों का भी कहना है कि सड़क के निर्माण में बडे़ भष्ट्राचार को अंजाम दिया गया है। इस कंपनी के निर्माण कार्यों में गुणवत्ता की कमी की गई है।वहीं मुर्दोण्डा से चटलापल्ली सड़क की जानकारी के लिए पीएमजीएसवाय के ईई को काल करने पर उनका फ़ोन बंद मिला।