कोरबा।
पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के संस्थापक योग ऋषि स्वामी रामदेव, जिन्होंने योग को सरलीकरण करके भारत ही नहीं पूरे विश्व में जन-जन तक पहुंचाया है। योग द्वारा करोड़ों लोगों को न केवल बीमारियों से छुटकारा दिलाया है, बल्कि बीमारियों से लोगों को बचाया भी है। कोरोना काल में योग ने लाखों लोगों की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। योग, आयुर्वेद एवं स्वदेशी से स्वावलंबी भारत का निर्माण करते हुए आरोग्य प्रदान करने वाले, आध्यात्म एवं राष्ट्रवाद का संदेश देने वाले ऐसे स्वामी के शिष्य स्वामी परमार्थ देव (मुख्य केंद्रीय प्रभारी, पतंजलि योगपीठ हरिद्वार) का आगमन 14 जनवरी को छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में शाम 7:00 बजे हो रहा है।
स्वामी परमार्थ देव के सान्निध्य में ऊर्जा नगरी कोरबा की पावन धरा पर 15 जनवरी को प्रातः 6:00 बजे से 7:30 बजे तक योग शिविर का आयोजन जैन मंदिर बुधवारी बाजार कोरबा में किया जाएगा। योग के माध्यम से लोगों को आरोग्य का प्रशिक्षण देकर स्वस्थ, समर्थ, स्वावलंबी भारत का निर्माण करने हेतु लोगों के भीतर जागरूकता का संचार करेंगे।
प्रातः 9:30 बजे से 12:00 बजे तक कार्यकर्ताओं का संभाग स्तरीय विशेष सम्मेलन का आयोजन होगा जिसमें कार्यकर्ताओं में नव चेतना भरकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने हेतु सनातन धर्म के प्रति जागरूकता लाकर राष्ट्र सेवा की भावना को बल प्रदान किया जाएगा। यह कार्यक्रम भारत स्वाभिमान न्यास के तत्वाधान में पतंजलि योग समिति, युवा भारत, महिला पतंजलि योग समिति, पतंजलि किसान सेवा समिति, सोशल मीडिया प्रभारी, पतंजलि चिकित्सालय के सहयोग से आयोजित किया जायेगा। जिसमे सामाजिक, आध्यात्मिक एवं राष्ट्रवादी संगठनों का भी योगदान मिल रहा है।
एक पत्रकार वार्ता के दौरान पतंजलि योग समिति जिला कोरबा के संरक्षक डॉ. नागेन्द्र नारायण शर्मा, पंतजलि योग समिति के जिला प्रभारी एवं हवन यज्ञ के राज्य प्रभारी रामेश्वर पांडेय, पतंजलि युवा भारत छत्तीसगढ़ के राज्य संवाद प्रभारी संजय कूर्मवंशी व महिला पदाधिकारी श्रीमती वृंदा चौहान व श्रीमती इंद्राणी पांडेय ने उपस्थित होकर दी।