ड्राइवर यूनियन ने बस स्टैंड पर की नारेबाजी, काला कानून वापस लेने की मांग
रायपुर ।
हिट एंड रन कानून के विरोध में वाहन चालकों ने सोमवार सुबह से हड़ताल शुरू कर दी है। छत्तीसगढ़ में इसका मिला जुला असर देखने को मिल रहा है। उत्तर छत्तीसगढ़ के जशपुर और दक्षिण छत्तीसगढ़ के बस्तर में व्यापक असर देखने को मिल रहा है।
जशपुर में बस स्टैंड से यात्री बसें रवाना नही हो पाईं। ट्रकों, डंपरों के पहिए भी थम गए हैं। यात्री बस स्टैंड आने के बाद परेशान होकर अपने घर वापस जाने के लिए विवश हो रहे हैं। वाहन चालक संघ के सदस्यों ने सुबह बस स्टैंड पर एकत्र होकर जमकर नारेबाजी की और सरकार से काला कानून वापस लेने की मांग की है।
वाहन चालकों ने बताया कि हमारी मांग जब तक पूरी नही की जाएगी तब तक हड़ताल जारी रहेगी। सरकार द्वारा कानून में किए गए संशोधन के तहत सड़क हादसे के बाद मौके से भागने वाले चालक को 10 साल की सजा और 8 लाख रुपये के जुर्माने का प्रविधान किया जा रहा है। हमारी मांग है कि सरकार इस काले कानून को वापस ले। एक्सीडेंट की घटना ड्रायवर कभी भी जानबूझकर नहीं करते हैं। वाहन चालक के विरूद्ध एक्सीडेन्ट करने पर कानून मे किये जा रहे संशोधन को निरस्त किया जाए। दुर्घटना के बाद चालक मौके से नहीं भागे तो जमा हुई भीड़ मारपीट करने के साथ कई बार जान तक ले लेती है।
वहीं दूसरी ओर सरकार द्वारा जो जुर्माना और सजा का प्राविधान किया है उसमे गरीब ड्राइवर कहां से राशि जमा भरेंगे और दस साल की सजा होने पर परिवार का भरण पोषण कैसे होगा। ड्राइवर यूनियन ने सामूहिक रूप से नए कानून में संशोधन करने की मांग की है।
बसों का परिचालन बंद होने से यात्री परेशान हो रहे है। क्रिसमस और नव वर्ष होने के कारण बसों मे यात्रियों का दबाव अधिक है। हड़ताल से लंबी दुरी से लेकर लोकल बसो के भी पहिये थम गए हैँ। हड़ताल का फायदा उठा कर, यात्रियों को बैठने के लिए पहुंचे, टैक्सी और चार पहिया वाहन चालकों से, बस ड्राइवरो की झड़प भी हुई। सूचना पर कोतवाली पुलिस की टीम, मौके पर पहुंच कर स्थिति को सम्हाला।
रायपुर में ट्रक हड़ताल का असर नहीं दिखा। हालांकि थोक सब्जी बाजार में थोक सब्जी बाजार में सप्ताह के पहले दिन सब्जियों की आवक थोड़ी कमतर रहे सब्जी कारोबारी का कहना है कि रोजाना की आवक से लगभग 60 फ़ीसदी गाड़ियां पहुंची। पहले दिन ग्रह की कमजोर रहने के कारण सब्जियों की कीमतें कीमतों पर विशेष प्रभाव नहीं पड़ा, वही वहीं कुछ पेट्रोल पंप को छोड़ दिया जाए तो अधिकांश पेट्रोल पंपों में सप्लाई ठीक ठीक रही ठीक रही। कारोबारी का कहना है कि अगले एक-दो दिनों में ट्रक हड़ताल का असर सामने आ सकता है।