बिलासपुर । बिलासपुर शहर समेत ग्रामीण इलाकों में चखना सेंटरों पर कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। तीन दिनों के भीतर सभी चखना सेंटरों को ध्वस्त किया जाएगा। कलेक्टर अवनीश शरण ने बुधवार को इस आशय के निर्देश समय-सीमा की बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों में आज शाम तक और ग्रामीण इलाकों में दो दिन के भीतर शराब दुकानों के पास संचालित चखना सेंटरों को तोड़ा जाएगा। कलेक्टर ने नगर निगम, आबकारी और पुलिस की संयुक्त टीम को इस कार्रवाई को अंजाम देने के सख्त निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जनदर्शन अब हर सोमवार को टीएल की बैठक के बाद दोपहर 12 बजे से होगा। समय-सीमा की बैठक भी मंगलवार की जगह हर सोमवार को सुबह 11 बजे होगी।
जिला कार्यालय के मंथन सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर ने विभागीय योजनाओं में प्रगति की विस्तार से समीक्षा की। प्रत्येक मंगलवार को होने वाला जनदर्शन अब हर सोमवार को दोपहर 12 बजे से टीएल बैठक के पश्चात होगा। चुनावी आचार संहिता के चलते विगत दो माह से जनदर्शन का कार्यक्रम बंद था। जनदर्शन में कलेक्टर आम जनता से मिलकर उनकी समस्याएं सुनते है। उन्होंने सभी एसडीएम को स्कूल, आंगनबाड़ी और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों का लगातार दौरा कर व्यवस्था देखने कहा। कलेक्टर ने प्रभारी अधिकारी को प्रतिदिन रिकार्ड रूम का आकस्मिक निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में लोग अभिलेख लेने कलेक्टोरेट के रिकार्ड रूम आते है। उन्हें अभिलेख प्राप्त करने में किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए। कलेक्टर ने दो टूक कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने बेमौसम बारिश को देखते हुए धान को बारिश से बचाने के लिए किए गए इंतजामों की समीक्षा की। अधिकारियों को धान खरीदी केन्द्रों का सतत निरीक्षण करने के निर्देश दिए। टीएल के लंबित प्रकरणों को कलेक्टर ने जल्द निराकृत करने कहा। बैठक में नगर निगम कमिश्नर कुणाल दुदावत, डीएफओ संजय यादव, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अजय अग्रवाल, एडीएम आर ए कुरूवंशी सहित सभी विभागीय अधिकारी मौजूद थे।